दूसरी और तीसरी तिमाही की गर्भवती करा सकेंगी निशुल्क जांच
. हर आशा को कम से दो एएनसी कराने का दिया गया है लक्ष्य
मेरठ, 8 जून 2021। कोविड-19 के चलते बनाए गए बफर एवं कंटेनमेंट जोन को छोड़कर अन्य सभी स्वास्थ्य इकाइयों में बुधवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस मनाया जाएगा। इस संबंध में पांच जून को निदेशक मातृ एवं शिशु कल्याण की ओर से जारी आदेशों के क्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. अखिलेश मोहन ने जिला महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. मीनाक्षी विज और सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों को निर्देश जारी किए हैं। शासन से मिली गाइड लाइन के मुताबिक इस आयोजन के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाएगा। हर आशा को अपने क्षेत्र से कम से कम दो गर्भवती को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) के लिए लाने की जिम्मेदारी दी गई है। आशा इस बात का भी ध्यान रखेंगी कि गर्भवती दूसरी और तीसरी तिमाही वाली हों।
बता दें कि पीएमएसएमए दिवस का आयोजन हर माह की नौ तारीख को किया जाता है, हालांकि अभी बफर और कंटेनमेंट जोन को इन कार्यक्रमों से बाहर रखा गया है। सभी गर्भवती आवश्यक रूप से मॉस्क पहनकर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचेंगी और अस्पताल में उनके हाथों की सफाई कराई जाएगी। गर्भवती की काउंसलिंग ग्रुप के बजाय, एक-एक करके की जाएगी। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी की जिम्मेदारी होगी कि आयोजन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो।
सीएमओ ने कहा है कि हमारा उद्देश्य हर गर्भवती के गर्भ की द्वितीय-तृतीय तिमाही में सरकारी चिकित्सालयों में कम से कम एक बार स्त्री रोग विशेषज्ञ अथवा एमबीबीएस चिकित्सक की देख-रेख में प्रसव पूर्व गुणवत्तापूर्वक जांच प्रदान करना है। इसके साथ ही सीएमओ ने निर्देशित किया है कि संबंधित इकाई पर यदि किसी जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है तो गर्भवती को उच्च स्तरीय इकाई पर निशुल्क जांच के लिए भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा है कि हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी) की पहले से जानकारी के लिए एएनसी जरूरी हैं ताकि समय रहते विपरीत परिस्थिति से निपटने की तैयारी की जा सके और मां-बच्चे की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
पीएमएसएमए दिवस पर यह जांच होंगी
. ब्लड प्रेशर की जांच
. वजन की जांच
. रक्त व पेशाब की जांच
. मधुमेह की जांच
. एचआईवी की जांच
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