मेरठ। पुलिस लॉकअप में युवक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के बाद पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया। थाना पुलिस ने पहले गुपचुप तरीके से मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा उसके बाद परिजनों को सूचना दी। मृतक युवक के परिजनों ने थाने पहुंचकर हंगामा किया। पुलिस ने परिजनों को मृतक के अस्पताल इलाज के ​लिए भेजे जाने की जानकारी दी। परिजनों ने अस्पताल पहुंचकर हंगामा किया। वहां पता चला कि इस नाम के किसी युवक को इलाज के लिए नहीं लाया गया। परिजनों ने वहां पर भी हंगामा किया।
मामला थाना जानी का है। जहां पर थाना क्षेत्र के टिमकिया गांव की है। गांव नेक निवासी सोनू को गत सोमवार शाम को टिमकिया निवासी एक युवक घर से बुलाकर ले गया। दोनों ने बैठकर शराब पी। इस दौरान दोनों में किसी बात को लेकर मारपीट हो गई। वहीं सूचना मिलते ही दोनों पक्षों से और युवक भी मौके पर पहुंच गए। आरोप है कि इस दौरान गोली भी चलाई गई। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने घायल सोनू को बिना इलाज कराए थाने की हवालत में बंद कर दिया। इसके बाद सोनू की मां अपने बेटे से मिलने गई तो पुलिस ने उनको भी थाने में ही बैठा लिया। इसके बाद मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने हंगामा किया तो पुलिस ने सोनू की मां को छोड़ दिया।
वहीं देर शाम परिजन सोनू से मिलने थाने गए तो वह नहीं मिला। परिजनों ने पूछा तो पुलिस ने बताया कि उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके बाद गांव के लोग अस्पताल पहुंचे और वहां पर सोनू के बारे में पता किया तो पता चला कि वह अस्पताल लाया ही नहीं गया। इसके बाद परिजनों को किसी से पता चला कि सोनू का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। इस पर परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने थाने पहुंचकर हंगामा कर दिया। आरोप है कि पुलिस ने गुपचुप तरीके से मृतक का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस संबंध में जानी थाना प्रभारी संजय वर्मा का कहना है कि सोनू मारपीट की घटना में घायल हो गया था। इसके बाद उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
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