मेरठ। वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर में जनपद के ऐसे बच्चे जिनके माता या पिता की कोरोना के कारण मृत्यु हुई है। उन्हें महावीर एजूकेशनल पार्क बीएड एवं एलएलबी (तीन वर्ष) पाठ्यक्रमों की 25-25 सीटों को आरक्षित कर निशुल्क शिक्षा प्रदान करेगा।
महावीर एजुकेशनल पार्क पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक मात्र संस्थान है जो कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चो एवं छात्रों को प्राईमरी से लेकर बीएड एवं एलएलबी (तीन वर्ष) की निःशुल्क शिक्षा प्रदान कर रहा हैं। संस्थान द्वारा इस कोरोना काल की दूसरी लहर में अनाथ बच्चों एवं छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए कई योजना लेकर आया हैं। जिसमें ऐसे परिवारों के बच्चें जिन्होंने कोरोना काल में अपने माता या पिता को खोया है इनके लिए महावीर इंटरनेशनल स्कूल में प्राइमरी से लेकर इंटरमीडिएट तक निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही हैं। अब संस्थान द्वारा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी छात्रों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जायेगी।
संस्थान के चेयरमैन धर्मेन्द्र भारद्वाज ने बताया कि संस्थान द्वारा ऐसे छात्र—छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा दी जायेगी। जिन्होंने अपने माता या पिता को कोरोना काल की दूसरी लहर में खो दिया हैं। उन्होंने बताया कि संस्थान द्वारा बीएड एवं एलएलबी (तीन वर्ष) पाठ्यक्रमों की 25-25 सीटें आरक्षित की गई हैं। जो केवल मेरठ जनपद के ऐसे विद्यार्थियों के लिए आरक्षित हैं। जिन्होंने अपने माता या पिता को कोरोना की दूसरी लहर में खो दिया हैं। उन्होंने बताया कि बीएड पाठ्यक्रम की दो वर्ष की फीस 80000 रूपये है, वही एलएलबी (तीन वर्ष) की फीस 70000 रूपये है। ऐसे में जिन छात्रों ने अपनेे माता या पिता को खो दिया है यदि यह कोर्स करते हैं तो उन्हें भविष्य में आर्थिक रूप से मदद होगी। उन्होंने कहा कि माता-पिता की कमी कोई भी पूरी नहीं कर सकता, लेकिन ऐसे में संस्थान उनके भविष्य को सवारने में उनकी सहायता अवश्य कर सकता हैं। संस्थान भविष्य में इस प्रकार की अनेको योजनाऐं ऐसे बच्चों व विद्यार्थियों के लिए लेकर आता रहेगा। ऐसे छात्र व छात्राएं जिन्होंने कोरोना संक्रमण के कारण अपने माता या पिता को खोया है और वह अपनी उच्च शिक्षा को आगे बढाना चाहता है वह 9520177177 पर संपर्क कर सकते हैं।


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