उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली महिलाओं को किया गया चिन्हित

 परिवार नियोजन को लेकर काउंसलिंग भी की गयी

65 महिलाओं ने दी नसंबदी के लिए सहमति 

मेरठ, दिसम्बर २०२०।  राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक के निर्देश पर बुधवार को जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस मनाया गया। इस दौरान जिले के १२ बलॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (यूपीएचसी) पर परिवार नियोजन सेवाओं के सन्दर्भ में गर्भवती महिलाओं की काउंसलिंग करते हुए उनके स्वास्थ्य की जांच पड़ताल की गयी, साथ ही उन्हें परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया गया। इस दौरान उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली महिलाओं की लाइनलिस्टिंग एवं टैकिंग की गयी।

 जिला अस्पताल व डफरिन महिला अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डा. मनीषा अगवाल ने गर्भवती महिलाओं की परिवार नियोजन को लेकर काउंसलिंग की। इस दौरान उन्हें महिला नसंबदी, पीपीआईयूसीडी व अंतरा, छाया के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। सीएमएस ने कोविड १९ के संक्रमण से बचाव के बारे में भी उन्हें बताया। उन्होंने कहा कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स बदलाव के कारण उनकी प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इस दौरान उन्हें संक्रमण या फ्लू का खतरा बना रहता है। उन्होंने बताया गर्भवती महिलाओं को हर माह नौ तारीख को स्वास्थ्य केन्दों पर आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस में जाकर अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में कोरोना से बचने के लिये गर्भवती को कुछ खास बातों को ध्यान में रखना चाहिए। खांसी के दौरान अपने मुंह को ढककर रखें। टिशू न होने पर खांसी के समय अपने हाथ की बाजू से मुंह ढंकें। बीमार लोगों से दूरी बनाये रखें।  इस दौरान गर्भवती का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिला अस्पताल के अलावा स्वास्थ्य केन्द्र रोहटा, परतापुर, खरखौदा, माछरा, भावनपुर, दौराला, मवाना, हस्तिनापुर, सरधना, सरूरपुर, जानी, आदि पर गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच व काउसिलंग की गयी।

 परिवार की नोडल अधिकारी डा. पूजा शर्मा ने बताया पूरे जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों पर करीब 640 गर्भवती एवं 590 गर्भवती की सहयोगी महिलाओं की परिवार नियोजन को लेकर काउंसलिंग की गयी। इसमें में से 65 महिलाओं ने नसंबदी, 120 ने पीपीआईयूसीडी एवं 200 महिलाओं ने छाया गोली इस्तेमाल करने के लिये सहमत व्यक्त की। गर्भवती की सहयोगियों ने सबसे अधिक अंतरा व छाया के लिये अपनी सहमति दी।

संयुक्त निदेशक ने किया स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण-
 संयुक्त निदेशक (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) डा. राजकुमार ने सीएचसी बड़ौत,बिनौली और रोहटा का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां पर परिवार नियोजन के बारे को लेकर की जा रही काउंसलिंग को देखा। उन्होंने चिकित्सकों द्वारा की जा रही गर्भवती महिलाओं की जांच पड़ताल पर संतुष्टि जाहिर की।
  पुरुष नसबंदी में मेरठ सातवें स्थान पर-
 परिवार नियोजन कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डा. पूजा शर्मा ने बताया २१ नवम्बर से ४ दिसम्बर तक पुरुष नसबंदी में मेरठ जिला प्रदेश में सातवें नंबर पर आया है। डिवीजन में मेरठ ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जबकि मेरठ जिले में हस्तिनपुर ब्लॉक ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है।


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