वरिष्ठ संवाददाता 

 मेरठ। चौधरी चरण विवि से विवादो से छुटकारा मिलने का नाम नहीं ले रहा है। अब एक नया मामला प्रकाश में आया है। जहां विवि ने एक बीएससी की छात्रों को पहले तो पास कर दिया अब विवि छात्रों की तृतीय वर्ष मार्कशीट देने से मना कर रहा है। उसका कहना है गलती से छात्रों को दूसरे वर्ष में पास कर दिया गया था। फिलहाल छात्रा का विवि की कारसतानी से भविष्य में खतरे में जाता दिखाई दे रहा है।
  विवि पहुंची मेरठ निवासी शिवानी ने बताया उसने 2018 में बीएससी दूसरे वर्ष की बीसएसी की परीक्षा दी थी। लेकिन कैमिस्ट्री विषय में उसकी बैक आयी थी। जिस पर उसने विवि में फीस जमा कराने के बाद बैक की परीक्षा दी थी। जिसका परिणाम 2019 में आया तो उसे विवि की ओर से पास बताया गया। इसी के आधार पर उसने कुलपति की अनुमति से बीएससी तृतीय वर्ष में एडमिशन ले लिया। जिसकी उसने परीक्षा दे दी। उसने विवि के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि विवि उसे तृतीय वर्ष की मार्कशीट नहीं दे रहे है। उसे बताया  गया है कि गल्ती से दूसरे वर्ष परीक्षा में उसे विभागीय गल्ती के कारण पास कर दिया गया था। शिवानी ने बताया वह पिछले माह से विवि के चक्कर काट रही है। लेकिन कोई रास्ता नजर नहीं आ रही है। उसे अपना भविष्य चौपट होता दिखाई दे रहा है।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts