कंपनी ने छुपाई कोरोना पॉजिटिव कर्मचारियों की सूचना
० स्वास्थ्य विभाग ने दर्ज करवाई एफआईआर

न्यूज प्रहरी, गाजियाबाद। एक कंपनी में कार्यरत कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना 13 दिन बाद मिलने के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने जांच करने वाली लैब और कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी है। इस संबंध में विभाग की ओर से लैब को नोटिस जारी किया गया था। जिसका रविवार तक जवाब नहीं आया। इसके बाद विभाग ने कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिसके बाद विभाग हरकत में आया। साहिबाबाद साइट.4 स्थित एक कंपनी में निजी लैब के जरिए 6 मई को 15 लोगों की कोरोना टेस्टिंग करवाई गई थी। जिसकी रिपोर्ट 7 मई को आई। रिपोर्ट में एक कर्मचारी पॉजिटिव था। इसकी जानकारी निजी लैबए कंपनी प्रबंधन और खुद मरीज ने भी स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी। 

निजी लैब ने 21 मई को पॉजिटिव मरीज की जानकारी पोर्टल पर अपडेट की। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी हो सकी। विभाग ने 21 मई की रात में पॉजिटिव मरीज को ईएसआई अस्पताल में भर्ती करवाया। इस मामले में 21 मई को ही कंपनी कर्मचारियों की जांच करने वाली निजी लैब को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए लैब को अग्रिम आदेश तक बंद करने के निर्देश दिए गए थे। रविवार तक भी निजी लैब की ओर से नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया गया। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग निजी लैब और कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करते हुए एफआईआर दर्ज करवा दी। सीएमओ डॉ.एन के गुप्ता ने बताया कि इस बात की जांच की जा रही है कि पॉजिटिव मरीज 13 दिनों तक कहां रहा और किनसे मिला। कंपनी प्रबंधन की ओर से कर्मचारी से काम लिया गया या नहीं और स्वास्थ्य विभाग को सूचना क्यों नहीं दी गई। इसकी भी जांच की जा रही है।
सीएमओ ने कहा कि कंपनी कर्मचारियों की जांच में 2 लैब शामिल थीं। इनमें से एक गाजियाबाद में कार्यरत है और दूसरी जीबी नगर में। इसके अलावा शासन स्तर से जिस लैब को कोरोना जांच की अनुमति दी गई है उसकी लैब और कलेक्शन सेंटर भी गाजियाबाद में है। लैब और कलेक्शन सेंटर को बंद करवाया गया है। अब इस मामले में एफआईआर की गई है और शासन को भी रिपोर्ट भेजी गई है।

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