राष्ट्रीय गणित दिवस पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

 मेरठ। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि,  में राष्ट्रीय स्तर पर गणित एवं संबद्ध विज्ञानों में हो रहे नवीन शोध और उनके कृषि तथा प्रौद्योगिकी में अनुप्रयोगों पर केंद्रित राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र का आयोजन 22 दिसंबर को कुलपति समिति कक्ष में सुबह 10:30 बजे से 11:30 बजे किया गया और यह सम्मलेन २ दिन ऑनलाइन माध्यम से किया जायेगा। सम्मेलन का शीर्षक है — “गणित तथा सहायक विज्ञानों की नवीन उपलब्धियाँ: कृषि और प्रौद्योगिकी में अनुप्रयोग”।

यह सम्मेलन महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती (22 दिसंबर) के अवसर पर आयोजित किया गया, जिसे देशभर में राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया जाता है। सम्मेलन का उद्देश्य गणित एवं संबद्ध विज्ञानों में हो रहे आधुनिक शोध, नवाचारों तथा उनके व्यावहारिक उपयोगों पर विद्वानों, शिक्षकों और शोधकर्ताओं के बीच विचार-विमर्श का मंच प्रदान करना है।

उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि  विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. के. के. सिंह रहें। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ। माननीय कुलपति महोदय ने कहा कि युवा शोधार्थियों को रामानुजन के कार्यों से सीख लेनी चाहिए और उनसे प्रेरणा ग्रहण करनी चाहिए और  आज के युग में गणित केवल कक्षा शिक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके अनुप्रयोग कृषि सहित प्रत्येक क्षेत्र में देखे जा सकते हैं। अपने संबोधन में विश्वविद्यालय के कुलसचिव महोदय ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम विश्वविद्यालय की नवाचार और अनुसंधान के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। डॉ. विवेक, अधिष्ठाता कृषि महाविधालय ने स्वागत भाषण दिया तथा सम्मेलन में प्रतिभागियों का स्वागत एवं आमंत्रण किया।

कार्यक्रम संयोजिका डॉ. प्रेरणा शर्मा ने अपने उध्बोधन में कृषि एवं तकनीकी क्षेत्रों में गणितीय तकनीकों की महत्ता पर विशेष प्रकाश डाला और बताया कि 175 प्रतिभागी देश के विभिन्न राज्यों से जुड़ें, और पूरे सम्मेलन में आईआईटी, केंद्रीय विश्वविद्यालय एवं कृषि विश्वविद्यालयों  के प्रतिष्ठित वक्ता शामिल होंगे। सम्मेलन के प्रथम दिन प्रमुख व्याख्यान डॉ. मधु जैन, प्रोफेसर (गणित), आईआईटी रुड़की, तथा डॉ. जे. नित्यानंदन, सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट, सीएसआईआर–नेशनल केमिकल लेबोरेटरी, पुणे, द्वारा दिया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. शिवानी साहू ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन  डॉ. सावन रावत, आयोजन सचिव द्वारा प्रस्तुत किया गया। 

दो दिवसीय इस आयोजन में देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों से शिक्षाविद्, वैज्ञानिक एवं शोधार्थी भाग लेकर अपने शोध पत्रों एवं व्याख्यानों के माध्यम से गणित, सांख्यिकी, कम्प्यूटेशनल साइंसेज़ तथा उनके कृषि एवं तकनीकी अनुप्रयोगों पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। । आयोजन सचिव के रूप में डॉ. राजेश बिष्ट, सहायक प्राध्यापक, डॉ. अजीत कुमार सिंह, सहायक प्राध्यापक, डॉ. सावन कुमार रावत, सहायक प्राध्यापक, तथा डॉ. अजय कुमार, सहायक प्राध्यापक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इस अवसर पर सभी अधिष्ठाता एवं निदेशकगण ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज की।

आयोजकों के अनुसार, यह सम्मेलन न केवल श्रीनिवास रामानुजन के अतुलनीय योगदान को स्मरण करने का अवसर प्रदान करेगा, बल्कि गणित एवं संबद्ध विज्ञानों में हो रहे नवीनतम शोध को राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करने में भी सहायक सिद्ध होगा।

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