पति, अपनी पत्नी का प्रेमी से निकाह करवाएगा
शादी के 15 साल बाद गांव के युवक से प्यार हुआ, परिवार भी राजी
मेरठ। थाना सरूरपुर क्षेत्र एक अजीब मामला प्रकाश में आया है। जहां एक युवक अपनी पत्नी का निकाह उसके प्रेमी से कराने जा रहा है। उसका कहना है कि मैं पत्नी की खुशी के लिए कुछ भी कर सकता हूं। सब कुछ कुर्बान कर सकता हूं।
मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति ने थाने में प्रार्थना पत्र देते हुए गुहार लगाई कि वो अपनी मर्जी से पत्नी का निकाह उसके मुस्लिम प्रेमी के साथ कराना चाहता है। वो इससे खुश है। उसका पूरा परिवार इसके लिए राजी है।उसने लिखित में बयान दिया कि भविष्य में भी उसकी पत्नी और प्रेमी को परेशान न किया जाए। अगर किसी ने परेशान किया तो उन पर पुलिस एक्शन ले सकती है। इस अजीब आवेदन के आने के बाद पुलिस भी परेशान हो गई। बाद में उस व्यक्ति को थाने बुलाकर पुलिस ने पूरा मामला समझा।
15 साल पहले हुई थी शादी
पुलिस के सामने पति ने बताया कि वो राज मिस्त्री है। मकान बनाने का काम करता है। 15 साल पहले उसकी शादी परिवार वालों ने प्रयागराज की एक लड़की से कराई थी। दोनों की उम्र में 10 साल का अंतर है। इस 15 साल की शादी में दोनों के 3 बच्चे हैं- 13 साल की बेटी, 11 साल का बेटा और 5 साल की बेटी। परिवार यहीं सरुरपुर में हंसी-खुशी से रहता है।
गांव के लड़के से पत्नी को हुआ प्यार
पति ने बताया कि सरुरपुर के जिस मकान में वह रहता है, वो मकान उसकी पत्नी के नाम है। पत्नी के मायके वालों ने यह जमीन और इस पर मकान बनवाकर दिया है। एक साल पहले इस मकान में काम हो रहा था। तब गांव का एक मुस्लिम लड़का काम करने आया था। इसी दौरान उसका और पत्नी का अफेयर हो गया। दोनों की दोस्ती हुई, दोनों बातचीत करने लगे और उनकी नजदीकियां बढ़ गईं।
6 महीने पहले अफेयर का पता चला
पति ने बताया कि उसे लगभग 6 महीने पहले पता चला कि उसकी पत्नी का गांव के एक लड़के से अफेयर है। पूछा तो पत्नी ने खुद बताया कि दोनों एक-दूसरे को बहुत चाहते हैं। एक-दूसरे के बिना रह नहीं सकते और शादी करना चाहते हैं। पति ने पहले पत्नी को समझाया कि शायद वो मान जाए, लेकिन पत्नी नहीं मानी। तब पति ने दोनों की शादी कराने का फैसला ले लिया।
पत्नी की शादी कराने के लिए दिया तलाक
पति का कहना है कि मोहब्बत का दर्द क्या होता है, ये मैं जानता हूं। मैं नहीं चाहता कि जिस तरह मुझे अधूरा प्यार मिला, उसकी पत्नी की मोहब्बत भी अधूरी रह जाए। इसलिए मैंने तय किया कि पत्नी का निकाह उसके प्रेमी से कराएंगे। इसके लिए मैंने अपने पूरे परिवार और तीनों बच्चों को रजामंद कर लिया है। बच्चे भी मां की दूसरी शादी से खुश हैं। दोनों परिवारों को भी दिक्कत नहीं है। पत्नी की शादी में दिक्कत न आए, इसलिए मैंने उसे तलाक दे दिया है। छह महीने पहले ही दोनों में तलाक हो चुका है।
'रजामंदी से करा रहा हूं निकाह, साथ ही रहूंगा'
पति का साफ शब्दों में कहना है कि मैं आपसी रजामंदी से ये निकाह करा रहा हूं। मैंने अपनी मोहब्बत को लोगों को सामने जाहिर कर दिया है। मैं अपनी पत्नी की मोहब्बत के लिए कुछ भी कर सकता हूं। इसलिए मैं उसकी शादी दूसरे से करा रहा हूं। पत्नी ने मुझसे पूछा था कि अगर तुम मुझे इतनी मोहब्बत करते हो तो मेरे लिए क्या कर सकते हो, क्या मेरा निकाह मेरे प्रेमी से करा सकते हो।
पति ने बताया कि पत्नी खुद चाहती है कि मैं उसके साथ इसी घर में रहूं। मैं भी इसी घर में रहूंगा, लेकिन मैं दूसरी शादी नहीं करूंगा। अब मैं पत्नी की यादों में ही जी लूंगा। मैं अपनी खुशियों को कुर्बान करके इनका घर बसा रहा हूं। ये मैं सिर्फ इनके लिए ही कर सकता हूं, जो मैंने कर दिया।
मौलवी निकाह को नहीं हो रहे तैयार
पति ने बताया कि इस शादी के लिए कोई मौलवी तैयार नहीं हो रहा है। मैंने सरुरपुर से लेकर मेरठ में तमाम मौलवियों से बात कर ली कि उसकी पत्नी का उसके प्रेमी से निकाह करा दें, लेकिन सभी मौलवियों ने इनकार कर दिया है। अब पति दिल्ली में जाकर पत्नी का उसके प्रेमी से निकाह कराने की तैयारी में है। दिल्ली के मौलवियों से बात कर रहा है।


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