मुरादनगर आरएसएस के लिए पावर एक्सचेंज से बिजली प्राप्त करेगा एनसीआरटीसी

मेरठ। देश के प्रथम नमो भारत की परिचालन दक्षता बढ़ाने और वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, एनसीआरटीसी ने गाज़ियाबाद के बाद मुरादनगर आरएसएस के लिए भी पावर एक्सचेंज (पीटीसी इंडिया लिमिटेड) के माध्यम से बिजली क्रय आरंभ कर दिया है। यह ट्रेन परिचालन और स्टेशन के बुनियादी ढाँचे को ऊर्जा प्रदान करने के लिए विश्वसनीय और किफायती बिजली सुनिश्चित करने की दिशा में एक सुदृढ़ कदम है।

नमो भारत के लिए रिसीविंग सब-स्टेशन (आरएसएस) ड्राल पाइंट या बिजली निकासी केंद्र का कार्य करते हैं। यानी ये एक ऐसे इंटरफेस के रूप में कार्य करते हैं जिसके माध्यम से ग्रिड से बिजली ली जाती है ताकि निर्बाध ट्रेन संचालन और यात्री सुविधाएँ सुनिश्चित की जा सकें। गाज़ियाबाद और मुरादनगर आरएसएस दोनों के लिए अब एक्सचेंज के माध्यम से बिजली प्राप्त की जा रही है। इस पहल द्वारा एनसीआरटीसी पूरे दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर के लिए विश्वसनीय बिजली आपूर्ति के साथ लागत-अनुकूलन के अपने उद्देश्यों को प्राप्त कर रहा है। 

नमो भारत सेवाओं के संचालन के लिए, एनसीआरटीसी को सालाना लगभग 326 मिलियन यूनिट ऊर्जा की आवश्यकता होती है, जिसमें प्रति वर्ष लगभग ₹250 करोड़ खर्च होते हैं। ऊर्जा में होने वाला यह खर्च एनसीआरटीसी के कुल परिचालन खर्च का लगभग 30-35% है, जिससे ऊर्जा अनुकूलन महत्वपूर्ण हो जाता है। पावर एक्सचेंज द्वारा बिजली खरीदने से एनसीआरटीसी को लागत कम करने में मदद मिलेगी। अनुमामित है कि केवल गाज़ियाबाद आरएसएस से प्रति वर्ष ₹3 करोड़ से अधिक की बचत संभव हो सकेगी। इस नेटवर्क में मुरादनगर आरएसएस के बाद अब इससे भी समान राशि की बचत अनुमानित है। 

इस व्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाने के लिए, एनसीआरटीसी ने पावर एक्सचेंजों के माध्यम से बिजली खरीदने के लिए पीटीसी इंडिया लिमिटेड (पूर्व में पावर ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड) के साथ साझेदारी की है। एनसीआरटीसी का लक्ष्य है कि एक्सचेंज के माध्यम से प्राप्त कुल बिजली का लगभग 15% हर साल हरित ऊर्जा से प्राप्त किया जाए, जिसमें ग्रीन डे अहेड मार्केट (जीडीएएम) के तहत एक्सचेंज के माध्यम से प्राप्त बिजली भी शामिल है। यह एनसीआरटीसी की कार्बन उत्सर्जन को कम करने और आधुनिक, पर्यावरण-अनुकूल क्षेत्रीय गतिशीलता के इसके दृष्टिकोण के तहत अधिक से अधिक स्वच्छ ऊर्जा अपनाने की व्यापक प्रतिबद्धता के अनुरूप है।

दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर का परिचालन चरणों में किया जा रहा है। परिचालन के विस्तार के साथ उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अन्य निकासी केंद्रों पर भी पावर एक्सचेंज के माध्यम से बिजली प्राप्त की जाएगी। वर्तमान में, 11 स्टेशनों के साथ कॉरिडोर का 55 किलोमीटर का खंड परिचालित है, और शेष खंड को भी जल्द ही जनता के लिए खोल दिया जाएगा। 

एक्सचेंज के माध्यम से बिजली क्रय द्वारा एनसीआरटीसी, किफ़ायती बिजली और विश्वसनीय सप्लाई सुनिश्चित कर भारत के प्रथम नमो भारत के लिए परिचालन दक्षता, दीर्घकालिक आर्थिक व्यवहार्यता और सतत परिवहन संभव कर रहा है।

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