पाखंडी धर्मगुरू
राजीव त्यागी
आखिरकार दिल्ली पुलिस ने स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी को देर रात आगरा से गिरफ्तार किया। यौन शोषण का आरोपी बाबा चैतन्यानंद सरस्वती देश छोड़कर न भाग जाए, इसके लिए पुलिस ने लुकआउट सर्कुलर जारी किया था। चैतन्यानंद की तलाश में दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और बिहार में छापेमारी भी की थी। धर्म की आड़ लेकर ऐसे फर्जी बाबा, मौलवी और पादरियों की फेहरिस्त काफी लंबी है, जिन्होंने न सिर्फ लोगों का शोषण किया बल्कि धार्मिक आस्थाओं को चोट पहुंचाने का भी काम किया है। देश में कई ऐसे बाबा हैं जिन्होंने धर्म की आड़ में लोगों का शोषण किया। बाद में पकड़े गए और अब जेल की सलाखों के पीछे हैं या फरार हैं।
हरियाणा के रोहतक की सुनारिया जेल में सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम को 2017 में दो साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में 20 साल की सजा सुनाई गई थी। इसके अलावा पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और डेरा के पूर्व प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या के मामले में भी उन्हें उम्रकैद की सजा मिली। गुरमीत को बार-बार पैरोल और फरलो मिलने की वजह से विवाद भी रहा है। राजस्थान की जोधपुर जेल में बंद आसाराम को 2018 में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। हरियाणा के ही एक और बाबा संत रामपाल हिसार जेल में बंद हैं। सतलोक आश्रम चलाने वाले रामपाल पर देशद्रोह, शारीरिक शोषण, अवैध हथियार रखने और सरकारी काम में बाधा डालने जैसे आरोप हैं, जिसके बाद उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई गई।
स्वामी भीमानंद, जिन्हें इच्छाधारी बाबा के नाम से जाना जाता है, दिल्ली में देह व्यापार का रैकेट चलाने के आरोप में जेल में हैं। तमिलनाडु में तिरुचिरापल्ली आश्रम चलाने वाले स्वामी परमानंद भी जेल में बंद हैं। उनके ऊपर 13 महिलाओं से रेप के आरोप हैं। सन् 90 के दौर में धीरेंद्र ब्रह्मचारी के ऊपर अपनी गन फैक्टरी में अवैध विदेशी हथियार रखने के आरोप लगे। एक तांत्रिक के रूप में विख्यात चंद्रास्वामी के पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव से गहरे संबंध थे।
1996 में चंद्रास्वामी को गिरफ्तार किया गया था। राजस्थान के अलवर जिले में बहुचर्चित यौन शोषण के आरोपी कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य उर्फ फलाहारी बाबा को यौन शोषण के मामले में उम्रकैद की सजा हुई। मुंबई में राधे मां विवादों में रही। स्वामी नित्यानंद दक्षिण भारतीय अभिनेत्री के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाई दिए जिसके बाद उनके समर्थकों ने खासा हंगामा किया। उत्तर प्रदेश पुलिस ने जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार भी किया। इसी तरह स्वयंभू ईसाई धर्म प्रचारक बजिंदर सिंह के खिलाफ पंजाब पुलिस ने यौन उत्पीडऩ का मामला दर्ज किया था।
तमिलनाडु के कोयंबटूर में ईसाई पादरी को दो नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यही नहीं, मथुरा में बाबा रामवृक्ष के बेकाबू समर्थकों को नियंत्रित करने में पुलिसकर्मियों को भी जान गंवानी पड़ी थी। अंतत: रामवृक्ष पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। देश में धर्म की आड़ लेकर लोगों के दुख-दर्द दूर करने का झांसा देने वाला बाबा अपना उल्लू सीधा करते रहे हैं। ज्यादातर लोग विवशता में इनकी की शरण में जाते हैं। ऐसे बाबाओं से सावधान रहने की जरूरत है।




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