सुभारती विवि में कला और सामाजिक मुद्दों पर ज्ञानवर्धक व्याख्यान आयोजित
मेरठ। सोमवार को स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय, मेरठ में दो अलग-अलग विभागों द्वारा महत्वपूर्ण अकादमिक व्याख्यानों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों में कला, संस्कृति, और सामाजिक समानता जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई, जिसमें विशेषज्ञों, शिक्षकों और छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
पहला व्याख्यान नंदलाल बोस सुभारती कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट एंड फैशन डिजाइन के ललित कला विभाग द्वारा 'शिव अनुग्रह प्रतिमाओं' विषय पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शांति स्वरूप सिन्हा थे, जिन्होंने भगवान शिव की कल्याणकारी मूर्तियों के प्रतीकात्मक, सौंदर्य और दार्शनिक पहलुओं पर प्रकाश डाला। डीन प्रो. (डॉ.) पिंटू मिश्रा ने अतिथि को अंगवस्त्र एवं विभागाध्यक्ष डॉ. पूजा गुप्ता ने पादप भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. वंदना तोमर ने किया तथा इसे सफल बनाने में डॉ. सोनल भारद्वाज, डॉ. पवनेंद्र तिवारी, डॉ. अंशु श्रीवास्तव, डॉ. आशीष मिश्रा, लकी त्यागी व प्रियंका सिंह का विशेष योगदान रहा। अंत में डॉ. वंदना तोमर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
दूसरा व्याख्यान लिबरल आर्ट्स एंड ह्यूमैनिटीज विभाग द्वारा "जेंडर एंड सोसाइटी: ब्रेकिंग स्टीरियोटाइप्स एंड बिल्डिंग इक्वैलिटी" विषय पर आयोजित किया गया। विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) ज्योति गौर ने अपने संबोधन में लैंगिक समानता को समावेशी विकास के लिए एक आवश्यक शर्त बताया और युवाओं से सामाजिक रूढ़ियों को चुनौती देने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन अंशिका कौशिक ने किया। इस आयोजन में डॉ. मनोज कुमार त्रिपाठी, डॉ. अजय कुमार वर्मा, डॉ. दिनेश कुमार, डॉ. नियति गर्ग, डॉ. मोहिनी मित्तल, डॉ. रूबी, डॉ. लवली, डॉ. किरण रानी, डॉ. जूली, एवं डॉ. कपिल उपस्थित रहे। छात्रों में अतुल कौशिक, मंजीत गोस्वामी, पुनीत गोस्वामी, कैनेट, उज्जवल, जय और वंशिका ने सक्रिय भाग लिया। कार्यक्रम का समन्वय डॉ. अमृता चौधरी ने जेंडर चैंपियंस तेंदाई, उज्जवल विहान, ऐलिस भाटी और अंशिका कौशिक के सहयोग से किया। अंत में डॉ. चौधरी ने सभी का आभार व्यक्त किया।
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