ब्रह्माकुमारीज व  वेंकेटेश्वरा विवि  के मध्य बनी सहमति

दोनो विवि  पूरे विश्व में वैल्यू एजुकेशन, योग एवं आध्यात्मिक 

--चिकित्सा शिक्षा, उच्च शिक्षा तकनीकी एवं व्यवसायिक शिक्षा के साथ-साथ शिक्षा में जब तक संस्कारों एवं राष्ट्र प्रेम का समावेश नहीं होगा तब तक उसका उद्देश्य पूर्ण नहीं हो सकता - सुधीर गिरी 

--उच्च शिक्षा में शोध,  अनुसंधान राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक गठबंधन, योग एवं आध्यात्मिक शिक्षा के बल पर वेंकटेश्वरा को देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में शुमार कराएंगे-डॉ राजीव त्यागी 

    मेरठ। श्री वेंकटेश्वरा विश्वविद्यालय के लिए के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा।प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय व श्री वेंकटेश्वरा विश्वविद्यालय  उत्तर प्रदेश के मध्य राजयोग, मेडिटेशन एवं संस्कार शिक्षा पाठ्यक्रमों के लिए  साझा संचालन पर सहमति बनी है।

 इस आशा की जानकारी इस आशय की जानकारी  दोनों विश्वविद्यालय के बीच सहमति पत्र एक्सचेंज करने के बाद संस्थापक अध्यक्ष  सुधीर गिरी के आधिकारिक प्रतिनिधि एवं विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी व प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की एजुकेशन विंग के इंटरनेशनल वाइस प्रेसिडेंट डॉक्टर बीके पांडुमानी ने संयुक्त रूप से दी।ब्रह्माकुमारीज की ओर से इस उपलब्धि के लिए प्रतिकुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी व इस शैक्षणिक समझौते के सूत्रधार बने विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ के उपकुलपति डॉ श्रीगोपाल नारसन का अंगवस्त्र भेंटकर सम्मान किया गया।वही श्रीवेंकटेश्वर विश्वविद्यालय की ओर से प्रतिकुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी ने बीके पांडिमणि ,बीके जयकुमार, बीके सतेंद्र भाई, राजयोगिनी बीके मीना दीदी का स्मृतिचिन्ह भेंटकर सम्मान किया गया।



प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के रुड़की स्थित रिजिनल कार्यालय में  राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि स्मृति सभागार में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की एजुकेशन विंग के इंटरनेशनल वाइस प्रेसिडेंट डॉक्टर बीके पांडुमानी, श्री वेंकटेश्वरा समूह के संस्थापक अध्यक्ष श्री सुधीर गिरी के आधिकारिक प्रतिनिधि  एवं विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी, बीके सुशील जी, संयोजक एवं विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ के उप कुलपति डॉ श्री गोपाल नारसन बीके डॉक्टर सत्येंद्र सिंह,  आदि ने दी प्रज्वलित करके किया।

इस अवसर पर  बीके डॉ कृपाल सिंह की पुस्तक "रामायण व महाभारत का आध्यात्मिक रहस्य" का विमोचनभी किया गया।ब्रह्मकुमार सुशील भाई के कुशल संचालन में अतिथियों का स्वागत रुड़की सेवा केंद्र प्रभारी बीके गीता दीदी,बीके दीपिका, बीके सपना,बीके पारुल ने किया।*इस कार्यक्रम में  कुलपति प्रोफेसर कृष्णकांत दवे, कुलसचिव डॉ अमित पीयूष पांडे,अंबाला ब्रह्माकुमारीज केंद्र से बीके शैली,यशपाल भाई, विनय गुप्ता, लक्ष्मण सिंह,मुनेंद्र भाई, मेरठ परिसर से निदेशक डॉ प्रताप सिंह, मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि मौजूद रहे।

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