वी बिज़नेस ने एडब्ल्यूएस और सी-डॉट से युक्त आईओटी इनोवशन लैब के लॉन्च के साथ उद्यमों के रूपांतरण को बनाया सशक्त
मेरठ। आज उद्योगों में इनोवेशन एवं स्फूर्ति की मांग पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है, इसी के मद्देनज़र जाने-माने दूरसंचार सेवा प्रदाता वी की एंटरप्राइज़ शाखा वी बिज़नेस ने एमज़ॉन वेब सर्विसेज़ (एडब्ल्यूएस) और सेंटर फॉर डेवलमेन्ट ऑफ टेलीमेटिक्स (सी-डॉट) के साथ मिलकर वी बिज़नेस आईओटी इनोवेशन लैब (द लैब) का लॉन्च किया है, जिसे कारोबारों के लिए इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) उन्मुख इनोवेशन्स एवं को-क्रिएशन के हब के रूप में स्थापित किया गया है।
इस अवसर पर अरविंद नेवातिया (चीफ़ एंटरप्राइज़ बिज़नेस ऑफिसर, वोडाफोन आइडिया) ने कहा, "एडब्ल्यूएस एवं सी-डॉट के सहयोग से वी बिज़नेस आईओटी इनोवेशन लैब के साथ हम स्टार्ट-अप्स एवं उद्यमों के लिए ऐसे सिस्ट्म का निर्माण कर रहे हैं जो भविष्य के अनुकूल समाधानों के डिज़ाइन में मददगार हो। हम एक साथ मिलकर भारत के आईओटी परिवेश में बदलाव लाना चाहते हैं, उद्यमों को इनोवेशन के नए अवसरों के साथ सशक्त बनाना चाहते हैं तथा भारत के डिजिटल विकास में योगदान देना चाहते हैं। उद्यम तेज़ी से एआई, 5 जी और आईओटी को अपना रहे हैं, ऐसे में उनकी आवश्यकता कनेक्टिविटी से बढ़कर है- उन्हें ऐसे भरोसेमंद पार्टनर की ज़रूरत है जो उन्हें बिज़नेस में बेहतर परिणाम दे। हम कारोबारों को उनका पैमाना बढ़ाने, तेज़ी से इनोवेट करने और आत्मविश्वास के साथ बदलाव लाने में सक्षम बनाना चाहते हैं।'
भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था बड़े बदलाव के दौर से गुज़र रही है, जहां आर्टीफिशियल इंटेलीजेन्स (एआई), आईओटी एवं 5 जी उद्यमों के विकास के अगले चरण को बढ़ावा दे रहे हैं। यह लैब आपसी सहयोग से बना एक सेंटर है जो कनेक्टेड व्हीकल्स, स्मार्ट मैनुफैक्चरिंग एवं एंटरप्राइज़ ऑटो मेशन में भविष्य के लिए तैयार आईओटी समाधानों की जांच एवं विकास को बढ़ावा देगा। यह लैब विभिन्न सेक्टरों जैसे बीएफएसआई, आईटी/आईटीईएस, युटिलिटीज़, लॉजिस्टिक्स, मैनुफैक्चरिंग, रीटेल, प्रशासन, हेल्थकेयर एवं स्मार्ट सिटीज़ में स्टार्ट-अप्स, डिवाइस निर्माताओं को इंडस्ट्री ग्रेड के आईओटी यूज़ केस का पैमाना बढ़ाने, जांच करने एवं एंटरप्राइज़ डिज़ाइन में मदद करेगी।
मुंबई में स्थापित यह लैब कनेक्टेड व्हीकल्स, उर्जा अनुकूलन के लिए स्मार्ट ग्रिड, रियल टाईम मॉनिटरिंग के लिए स्मार्ट मैनुफैक्चरिंग तथा आईओटी विद ऐज एआई के भविष्य का डेमो देती है। वी बिज़नेस की सशक्त कनेक्टिविटी एवं एडब्ल्यूएस की ग्लोबल क्लाउड क्षमताओं तथा सी-डॉट की मानक विशेषज्ञता के साथ यह यूज़र के लिए मार्केट टाईम में तेज़ी लाने, लागत कम करने और दक्षता बढ़ाने में मदद करती है। 'भारत में उद्यम अपन संचालन में बदलाव लाने और उपभोक्ताओं को बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए ते ज़ी से क्लाउड, एआई एवं आईओटी को अपना रहे हैं।'
वीजी सुंदर राम (हैड ऑफ बिज़नेस डेवलपमेंट, एडब्ल्यूएस इंडिया एवं साउथ एशिया) ने कहा, "इस साझेदारी के माध्यम से हम वी की कनेक्टिविटी और एडब्ल्यूएस की क्लाउड एवं एआई क्षमता के संयोज न द्वारा कारोबारों एवं स्टार्ट-अप्स को नेक्स्ट जनरेशन आईओटी समाधान लाने में सक्षम बनाना चाहते हैं।'
डॉ राजकुमार उपाध्याय (सीईओ, सी-डॉट) ने कहा, "सी-डॉट आईओटी सिस्ट्म एम ग्लोबल वन एम2एम मानकों को बढ़ावा देकर भारत की डिजिटल प्रणाली को सशक्त बनाने की दिशा में कार्यरत है। हमने आईओटी इनोवेशन लैब में टेस्ट एनवायरनमेन्ट् के लिए वी बिज़नेस के साथ हाथ मिलाया है, ताकि उद्यम इन मानकों को आसानी से अपना सकें। इससे विभिन्न सिस्टम्स के बीच अतर-संचालनशीलता सुनिश्चित होगी, तथा डेटा सुरक्षा एवं गोपनीयता के सर्वोच्च मानकों, रियल-टाईम अधिकृत डेटा विनिमय और सिन्क्रनाइज़ेशन को सुनिश्चित किया जा सकेगा और भारत के आईओटी परि वेश को अधिक भरोसेमंद, स्केलेबल और भविष्य के अनुकूल बनाने में मदद मिलेगी।' भारत का आईओटी उद्योग तेज़ी से विकसित हो रहा है।
एक अनुमान के मुताबिक 2024 में देश का आईओटी डिवाइस मार्केट 2.89 बिलियन डॉलर का था, जो 23.2 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 2030 तक 10.28 बिलियन डॉलर पर पहुंच जाएगा। इतने तीव्र विस्तार को देखते हुए उच्च मानकों के स्केलेबल समाधानों की मांग पहले से कई गुना बढ़ गई है। वी बिज़नेस उद्यमों एवं संगठनों को इसी संवेग का लाभ उठाने में सक्षम बना रहा है। 2025 में भारत में 1.59 लाख से अधिक स्टार्ट-अप्स को डीपीआईआईटी से मान्यता मिल चुकी है, इनमें से ज़्यादातर आईओटी, एआई और डिजिटल ऐप्लीके शन्स पर काम कर रहे हैं, लैब का उद्देश्य नए दौर के समाधानों के लिए लॉन्चपैड तैयार करना है।
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