बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत काम में तेजी 

खाने-पीने की चीजें और दवाएं बांटने में जुटा प्रशासन 

मेरठ।  खादर क्षेत्र के  बाढ़  ग्रस्त से प्रभावित गांवों में राहत और बचाव कार्य जोरों पर हैं।  अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएमएफआर) सूर्यकांत के नेतृत्व में प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने नाव से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों की स्थिति का जायजा लिया और राहत सामग्री बांटी की। प्रशासन ने खाद्य सामग्री, पीने का पानी, दवाइयां और अन्य जरूरी सामान गांवों तक पहुंचाए।

बाढ़ के कारण कई गांवों में सैकड़ों लोग बेघर हो चुके हैं, और फसलें तबाह हो गई हैं। प्रभावित क्षेत्रों में सड़क संपर्क टूटने से नाव ही एकमात्र सहारा बनी हुई है। एडीएमएफआर सूर्यकांत ने बताया कि प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है और राहत कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा और उन्हें तत्काल राहत पहुंचाना है।”



प्रशासन ने खाने और चिकित्सा की सुविधा भी उपलब्ध करवाई

पिछले वर्षों की बाढ़ की घटनाओं से सबक लेते हुए प्रशासन ने इस बार पहले से बेहतर तैयारी की है। वर्ष 2023 में जिले में आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी, जिसमें 50 से अधिक गांव जलमग्न हो गए थे और हजारों लोग विस्थापित हुए थे। उस समय राहत कार्यों में देरी की शिकायतें सामने आई थीं। इस बार प्रशासन ने एनडीआरएफ और स्थानीय स्वयंसेवकों के साथ समन्वय कर राहत कार्यों को तेज किया है।

 प्रभावित इलाकों अस्थायी आश्रय स्थल बनाए  गये 

प्रशासन ने प्रभावितों के लिए अस्थायी आश्रय स्थल बनाए हैं, जहां भोजन और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन के प्रयासों की सराहना की, लेकिन कुछ ने बिजली और स्वच्छ पानी की कमी की शिकायत भी की।

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