कृषि ज्ञान को खेत तक पहुंचाने की पहल
कृषि विवि में वैज्ञानिक-अधिकारी संवाद कार्यक्रम संपन्न
मोदीपुरम। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक और कृषि अधिकारी संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विश्वविद्यालय की प्रयोगशालाओं में चल रहे शोध कार्यों को सीधे खेतों तक पहुंचाना और कृषि अधिकारियों के माध्यम से किसानों तक नवीनतम कृषि तकनीक और ज्ञान को प्रसारित करना रहा।
कार्यक्रम में मेरठ मंडल के विभिन्न जिलों जैसे गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, हापुड़ और मेरठ के कृषि अधिकारियों ने भाग लिया। इस संवाद कार्यक्रम ने विश्वविद्यालय और कृषि विभाग के बीच ज्ञान के सेतु के रूप में कार्य किया। कार्यक्रम में निदेशक शोध डॉ. कमल खिलाड़ी ने विश्वविद्यालय में बीते 5 वर्षों की शोध उपलब्धियों को प्रस्तुत किया। साथ ही डॉ. गोपाल सिंह, अधिष्ठाता स्नातकोत्तर ने स्नातकोत्तर विद्यार्थियों द्वारा किए गए शोध कार्यों का विवरण साझा किया। जिससे अधिकारियों को विवि में हो रहे नवाचारों की विस्तृत जानकारी मिल सकी। कार्यक्रम का उद्घाटन कुल सचिव प्रो. रामजी सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम किसानों और वैज्ञानिकों के बीच की खाई को पाटने में बेहद सहायक होते हैं। कृषि अधिकारी इस पुल की भूमिका निभाकर शोध की तकनीकों को खेतों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
कार्यक्रम का स्वागत भाषण डॉ. पी. के. सिंह, निदेशक प्रसार और संचालन डॉ. प्रवीण कुमार सिंह ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. अमरनाथ मिश्रा, अपर कृषि निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र, राजीव सिंह, कृषि अधिकारी मेरठ सहित विभिन्न जिलों के अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की ओर से प्रमुख वैज्ञानिक प्रो. आर. एस. सेंगर निदेशक, ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट, डॉ. विवेक धामा अधिष्ठाता, डॉ. रविंद्र कुमार, डॉ. विजेंद्र सिंह, डॉ. जयवीर यादव, डॉ. टी. एस. सरकार, डॉ. मुकेश कुमार, डॉ. मुकेश दहिया, डॉ. संजय त्रिपाठी, डॉ. हरिओम कटियार, डॉ. पी. के. सिंह आदि।
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