साल भर में मेरठ साउथ से एक इंच भी आगे नहीं बढ़ी रैपिड
18 अगस्त 2024 को रैपिड पहुंची थी परतापुर, इसके बाद सिर्फ इंतेज़ार
दावा था जून में पूरे कॉरीडोर पर संचालन का
मेरठ। देश की पहली सेमी हाई स्पीड रैपिड ट्रेन का मेरठ के लोगों को बेसब्री से इंतज़ार है। हालांकि 82 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर के 55 किलोमीटर के हिस्से पर रैपिड शान से दौड़ रही है, लेकिन मेरठ शहर के लोगों की पहुंच से रैपिड अभी थोड़ा दूर है। यहां के लोगों को रैपिड की सवारी के लिए अभी थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। सूत्रों के अनुसार रैपिड को मोदीपुरम तक पहुंचने में अभी कुछ और समय लगेगा। बता दें कि एनसीआरटीसी ने दावा किया था कि जून 2025 तक मोदीपुरम डिपो से सराय काले खा के बीच रैपिड पूरे कॉरिडोर पर दौड़ेगी। फिलहाल जो स्थिति है उसके हिसाब से रैपिड को मोदीपुरम तक पहुंचने में थोड़ा समय और लगेगा। फिलहाल रैपिड न्यू अशोक नगर-आनंद विहार से मेरठ साउथ के बीच 55 किलोमीटर के कॉरिडोर पर संचालित हो रही है। बता दें कि रैपिड के पहले खंड का उद्घाटन 20 अक्टूबर 2023 को दुहाई डिपो और साहिबाबाद के बीच हुआ था। यह खंड 17 किलोमीटर लंबा था। इसके बाद 17 ही किलोमीटर लंबे दूसरे खंड का उद्घाटन 6 मार्च 2024 को हुआ था। यह खंड दुहाई से मोदीनगर नॉर्थ के बीच था। इसके बाद 18 अगस्त 2024 को रैपिड का संचालन मेरठ साउथ स्टेशन तक शुरु हुआ। यह खंड 8 किलोमीटर लंबा है। अंत में 5 जनवरी 2025 को साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर और आनंद विहार के बीच के खंड का उद्घाटन हुआ जो 11 किलोमीटर लंबा है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि रैपिड ने हाल ही में सवा करोड़ यात्रियों का आंकड़ा भी पार किया था। हालांकि पूर्व में इस बात की उम्मीद की जा रही है कि 31 जुलाई तक रैपिड शहर की तरफ एक कदम और बढ़ा सकती है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। हालांकि बचे हुए कॉरिडोर पर अब बस फिनिशिंग का काम चल रहा है जो कि बहुत जल्द पूरा होने की उम्मीद है। कुल मिलाकर मेरठ शहर के लोगों को रैपिड का बेसब्री से इंतजार है।
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