ऋतिक हत्या के मामले में जाम  लगा रहे ग्रामीणों से पुलिस की झड़प

 हत्यारों की गिरफ्तारी न होने से दिखे नाराज,4  घंटे तक हंगामे के बाद  लिखित आश्वासन पर माने

मेरठ। बीती रात  परतापुर मेंऋतिक की हत्या के बाद लोगों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है। हत्या के बाद देर रात तक चले हंगामे को जैसे-तैसे पुलिस ने संभाला लेकिन सुबह हालात फिर बिगड़ गए। परिजनों ने ऋतिक के शव को मुख्य मार्ग पर रखकर जाम लगाने की कोशिश की तो पुलिस से झड़प हो गई। कई घंटे हंगामा होता रहा। आखिरकार प्रशासन के लिखित आश्वासन के बाद मामला शांत हो पाया।

मोहिउद्दीनपुर निवासी हरीश की स्टेशन के पास शिव हरि टेंट के नाम से दुकान है। सोमवार को गांव में वाल्मीकि समाज के राजपाल के यहां बर्थडे पार्टी थी। जिसके लिए हरीश की दुकान से सामान लेने गया था।मंगलवार शाम किसी वजह से राजपाल का बेटा रोहित सामान लौटाने गया तो वहां हरीश से झगड़ा हो गया। रोहित ने अपने परिवार को बुलाकर हमला कर दिया। बीच बचाव में आये रितिक पर छुरे से हमला हुआ। जिसमें उसकी मौत हो गई। इसके बाद मामला बढ़ता चला गया।

पुलिस ने तोड़फोड़ करने से रोका

ऋतिक के पक्ष में जाटव समाज को लोग जुट गए हैं। जिन्होंने हत्यारोपी रोहित के घर पर हमला कर दिया। हालांकि पुलिस फोर्स के पहुंचने के कारण वह घर तक नहीं पहुंच सके। पुलिस ने घर में मौजूद महिलाओं को सुरक्षित वहां से थाने भिजवा दिया। करीब 4 घंटे तक बवाल हुआ। पुलिस ने जैसे-तैसे आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का भरोसा दिलाकर ग्रामीणों को शांत करा दिया।

पोस्टमार्टम हाउस से गांव तक लगी फोर्स

रात की घटना को देखते हुए पुलिस अलर्ट हो चुकी थी। पुलिस को डर था कि पोस्टमार्टम के बाद ग्रामीण हंगामा कर सकते हैं। इससे पहले ही अफसरों ने पोस्टमार्टम हाउस से लेकर गांव तक पूरे रास्ते पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी। जैसे ही पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया और वह गांव के लिए रवाना हुए। पुलिस की दो गाड़ियां पीछे लग गई।

पुलिस ने कब्जे में लिया रितिक का शव

परिजन रोड जाम करने का मन बना चुके थे। उन्होंने कई जगह शव उतार कर जाम लगाने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने होने नहीं दिया। इसके बाद ग्रामीण मोहिउद्दीनपुर स्टेशन के पास रुके और जबरन शव उतारने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो झड़प हो गई। कई थानों की फोर्स मौके पर बुला ली गई। ग्रामीण भी एकत्र होते चले गए।

गिरफ्तारी न होने से गुस्साए परिजन

परिजनों का यह गुस्सा पुलिस के खिलाफ था। उनका कहना था कि 24 घंटे बीतने को है। लेकिन पुलिस ने इस मामले में एक भी आरोपी को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है।रात से ही पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है। अब रितिक का अंतिम संस्कार तभी होगा, जब पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करेगी। फिलहाल पुलिस ग्रामीणों को समझने का प्रयास कर रही है।

लिखित आश्वासन पर हुए शांत

करीब चार घंटे से ज्यादा हंगामा होता रहा। कभी पुलिस आगे तो तभी ग्रामीण। एएसपी अंतरिक्ष जैन खुद ग्रामीणों को मनाने में जुटे थे लेकिन ग्रामीण शांत ही नहीं हो रहे थे। वह आरोपी की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े थे। आखिरकार पुलिस ने कुछ लोगों की मदद से वार्ता शुरु की। एक घंटे की मशक्कत के बाद 24 घंटे में गिरफ्तारी का लिखित आश्वासन देकर अफसर ग्रामीणों को मनाने में कामयाब हो गए।

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