बिहार में एक  परिवार के पांच लोगों की हत्या

 अंधविश्वास के कारण हैवानों ने पति-पत्नी और बच्चों को मार डाला

 पूर्णिया । बिहार के  पूर्णिया जिले के टेटगामा गांव में डायन के शक में एक ही परिवार के 5 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। ग्रामीणों ने पंचायत बुलाकर तालिबानी फरमान सुनाया और लाठी-डंडों से पीटने के बाद पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया।

 पूर्णिया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत राजीगंज पंचायत के टेटगामा वार्ड-10 में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई । डायन का आरोप लगाकर गांव के ही एक ही परिवार के पांच लोगों की पीट-पीटकर और जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई। मरने वालों में तीन महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं। घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा है और पुलिस महकमा अलर्ट पर है।

जानकारी के अनुसार, गांव के कुछ लोगों को सीता देवी पर डायन होने का शक था। रविवार रात गांव के मुखिया (मर्रर) नकुल उरांव की अगुवाई में करीब 200 ग्रामीणों की एक पंचायत बुलाई गई, जिसमें डायन बताकर सीता देवी, उनके पति बाबूलाल उरांव , सास कातो देवी , बेटे मंजीत उरांव  और बहू रानी देवी को बुलाकर तालिबानी फरमान सुनाया गया।इसके बाद सभी को लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा गया, फिर पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया गया। घटना को अंजाम मृतक के पुत्र सोनू कुमार के सामने ही दिया गया। किसी तरह जान बचाकर सोनू वहां से भाग निकला और पुलिस को सूचना दी।

घटना की जानकारी मिलते ही मुफस्सिल थाना के साथ-साथ आसपास के तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। एसपी स्वीटी सहरावत, एएसपी आलोक रंजन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। मुफस्सिल थानाध्यक्ष उत्तम कुमार ने बताया कि अब तक दो शव बरामद किए गए हैं, बाकी तीन की तलाश की जा रही है। घटना में शामिल गांव के मर्रर नकुल उरांव और ट्रैक्टर चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस लगातार तलाशी अभियान चला रही है ताकि शेष शवों को भी बरामद किया जा सके और आरोपियों को कड़ी सजा दिलाई जा सके।

 

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