एक घंटे में ऐसी कौनसी बीमारी हो गई…
जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे पर उठ रहे ये सवाल
नयी दिल्ली,एजेेंसी। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंप दिया है।इस अचानक इस्तीफे से राजनीतिक हलचल मच गई है। विपक्षी नेताओं ने सवाल उठाए हैं जबकि कुछ नेताओं ने उनके स्वास्थ्य की चिंता जाहिर की है। कांग्रेस नेता इमरान मसूद और कपिल सिब्बल ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। धनखड़ ने इस्तीफे के पीछे का कारण अपने स्वास्थ्य को बताया है। उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया है। धनखड़ के इस्तीफे के बाद अब विपक्ष के नेताओं ने कई सवाल खड़े किए हैं। साथ ही उनके स्वास्थ्य संबंधी चिताएं भी व्यक्त की हैं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, “वे पूरा दिन संसद भवन में थे। सिर्फ एक घंटे में ऐसा क्या हो गया कि उन्हें इस्तीफा देना पड़ा? हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें लंबी और स्वस्थ जिंदगी दे। मुझे इसका कारण समझ नहीं आ रहा है।”
उनके इस्तीफे का निजी दुख- सिब्बल
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि उपराष्ट्रपति के इस्तीफे की खबर सुनकर निजी तौर पर दुखी हूं। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके साथ मेरे संबंध बहुत अच्छे रहे हैं। वे मेरे परिवार को बहुत अच्छे से जानते थे। यहां तक कि मेरे पिता जी के साथ भी उनके अच्छे संबंध रहे हैं।सिब्बल ने कहा कि मैं हमेशा उनका सम्मान करता हूं और उन्होंने भी हमेशा सम्मान दिया है. मुझे दुख है और मुझे उम्मीद है कि वह स्वस्थ रहें और दीर्घायु हों. मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं।
राजनीतिक अस्वस्थता का मामला- मल्लू रवि
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर कांग्रेस सांसद मल्लू रवि ने कहा, “भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बिना किसी शारीरिक परेशानी के दो दिवसीय राज्यसभा सत्र का सही ढंग से संचालन किया। वह भारत के उपराष्ट्रपति हैं, इसलिए हम भी इस बारे में चिंतित हैं. हालांकि, उनके त्यागपत्र में कहा गया है कि उनका स्वास्थ्य भारत के उपराष्ट्रपति के पद पर बने रहने के लिए उपयुक्त नहीं है, लेकिन हमें लगता है कि यह उनके शारीरिक अस्वस्थता से ज़्यादा उनके राजनीतिक अस्वस्थता का मामला है, खासकर बिहार चुनाव से पहले, शायद बीजेपी सरकार उन्हें इस पद से हटाकर किसी ऐसे व्यक्ति को नियुक्त करना चाहती थी जो आगामी बिहार चुनाव में उनके लिए मददगार साबित हो सके।”
इस्तीफ के फैसले पर पुनर्विचार करें-महुआ माजी
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर JMM सांसद महुआ माजी ने कहा, “यह बेहद चौंकाने वाली खबर है, खासकर विपक्षी दलों के लिए, आज सदन में हमें नहीं लगा था कि वह आज ही इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कई अन्य महत्वपूर्ण बातें भी कहीं. कुछ लोग इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि इसके पीछे कोई और वजह हो सकती है। हम सभी चाहते हैं कि वह इस फैसले पर पुनर्विचार करें।”
मुझे यह थोड़ा अजीब भी लग रहा- उदित राज
वीपी जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, “…मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं। ऑपरेशन सिंदूर मामला और बिहार में मतदाता सूची जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। इन सभी मामलों के लिए जगदीप धनखड़ की उपस्थिति आवश्यक है। मुझे यह थोड़ा अजीब भी लग रहा है। क्या इन मुद्दों से बचने के लिए ऐसा किया गया? मैं धनखड़ जी के स्वास्थ्य पर सवाल नहीं उठा रहा, लेकिन फिर भी, हम इन मुद्दों को जाने नहीं देंगे और सवाल उठाते रहेंगे। मैं जगदीप धनखड़ के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं।
अचानक हुए इस्तीफे पर उठ रहे सवाल
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ सोमवार को सदन की पूरी कार्रवाई में हिस्सा लिया था। सब कुछ हर सत्र की तरह ही सामान्य सा माना जा रहा था और लगभग था भी। हालांकि रात करीब 9 बजे एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। इसके पीछे की वजह उन्होंने स्वास्थ्य कारणों को बताया है।
उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की सलाह पर इस्तीफा दे रहा हूं। राष्ट्रपति को लिखे पत्र में धनखड़ ने कहा कि देश की प्रगति का हिस्सा बनना सौभाग्य की बात है। सभी संसद सदस्यों से मुझे स्नेह मिला। जगदीप धनकड़ वो उपराष्ट्रपति रहें है, जिन्होने सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सिस्टम पर कई बार डायरेक्ट और इनडाइरेक्ट टिप्पणी की है। इसको लेकर कई बार उन पर सवाल भी उठे हैं।
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