धर्मांतरण के आरोपी छांगुर बाबा का मेरठ कनेक्शन
पुलिस के संपर्क में आई एटीएस, खंगाले जा रहे सभी सुबूत
मेरठ। हिंदू युवतियों का धर्म परिवर्तन कराने के आरोपी छांगुर बाबा का मेरठ कनेक्शन सामने आया है। दरअसल, छांगुर के गिरोह का एक सदस्य बदर अख्तर सिद्दीकी मेरठ के लिसाड़ीगेट किदवई नगर इलाके का रहने वाला है जो छह वर्ष पूर्व यहां से एक युवती को प्रेम जाल में फंसाकर अगवा कर ले गया था।इसका पता चलने के बाद मेरठ पुलिस बदर अख्तर सिद्दीकी से जुड़ी समस्त जानकारी जुटाने में लग गई है। हालांकि इस पूरे मामले की एटीएस जांच कर रही है।
छह साल पहले मेरठ के सरूरपुर इलाके की एक युवती नोएडा से एयर होस्टेस का कोर्स करने पहुंची। वहां फिजीकल के दौरान युवती की मुलाकात जिम ट्रेनर बदर अख्तर सिद्दीकी से हुई।बताया जाता है कि बदर अख्तर सिद्दीकी पहचान छिपाकर युवती से मिला था। धीरे धीरे उसने उसे अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। एक दिन राज खुला तो युवती ने विरोध कर दिया।
आरोप है बदर अख्तर सिद्दीकी युवती पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगा। विवाद बढ़ता चला गया। परेशान होकर युवती ने अपने परिवार से मदद मांगी। पिता कुछ लोगों को लेकर बेटी के पास पहुंचे और उसे अपने साथ मेरठ के सरूरपुर लेकर आ गए।
2 जुलाई, 2019 को बदर अख्तर सिद्दीकी युवती के गांव पहुंचा। आरोप है कि उसने धोखे से युवती को बुलाया और जबरन अपने साथ ले गया।पुलिस की मानें तो युवती के पिता ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया लेकिन कुछ दिन बाद दोनों वापस लौट आए। इसके बाद वर्ष 2021 में बदर व युवती दोबारा गायब हो गया। तब से दोनों का कुछ पता नहीं है।
छह माह पूर्व लग चुकी चार्जशीट
एसओ सरूरपुर अजय शुक्ला ने बताया कि युवती के अपहरण का मुकदमा दर्ज जरूर है लेकिन उसमें छह माह पहले चार्जशीट लग चुकी है। फिलहाल मामला कोर्ट में है और सुनवाई शुरु नहीं हुई है। उच्चाधिकारियों के द्वारा इस संबंध में जो जानकारी मांगी गई थी, वह उपलब्ध करा दी गई है।
छांगुर की गिरफ्तारी से बढ़ी उम्मीद
हाल ही में छांगुर बाबा गिरफ्तार हुआ तो परिजनों को बेटी से मिलने की उम्मीद बढ़ गई। दरअसल, पुलिस छानबीन में सामने आया है कि युवती को अगवा करने से लेकर उसका धर्म परिवर्तन कराने तक बदर अख्तर सिद्दीकी को छांगुर बाबा का सहयोग मिला था। छांगुर के गुर्गो से मिली धमकी के बाद ही युवती का परिवार शांत बैठ गया था।
एटीएस जुटा रही बदर का रिकार्ड
एटीएस बदर अख्तर सिद्दीकी का रिकार्ड खंगाल रही है। इसके लिए सरूरपुर में दर्ज मुकदमे की कॉपी से लेकर अन्य साक्ष्य पुलिस ने एटीएस को उपलब्ध करा दिए हैं। करीब 14 मोबाइल नंबर भी एटीएस को उपलब्ध कराए गए हैं जो बदर के करीबियों के हैं।
पिता बोला, मर चुका हमारे लिए बदर
बदर के पिता महमूद अख्तर अभी भी अपनी पत्नी के साथ किदवई नगर में रह रहे हैं। बदर से रिश्ता पूछने पर वह बोले - बदर उनका कुछ भी नहीं लगता। जिस दिन उसने उनकी मर्जी के खिलाफ जाकर शादी की, उन्होंने उसी दिन उससे रिश्ता खत्म कर दिया। पुलिस उसकी तलाश में यहां आती है और लौट जाती है।
मां बोली, गुनहगार को मिले सजा
बदर की मां का कहना है कि गुनहगार को उसके अपराध की सजा जरूर मिलनी चाहिए। उनके बेटे ने भी अपराध किया है। लेकिन यह भी सच है कि पिता के मुकदमा दर्ज कराने के बाद बदर और वह युवती वापस आ गए। युवती ने उनके बेटे के पक्ष में कोर्ट में गवाही दी थी। इसके दो साल बाद दोनों दोबारा चले गए।
एटीएस को सौंपा जा चुका इनपुट
एडीजी जोन भानू भास्कर ने बताया कि झांगुर बाबा प्रकरण में मुख्यालय स्तर पर एटीएस को प्रभारी बनाया गया है। एटीएस विवेचना कर रही है।एक इनपुट किसी व्यक्ति से जुड़ा सामने आया था जो एटीएस को उपलब्ध करा दिया गया है। जोन स्तर पर भी छानबीन पुलिस कर रही है। समय समय पर जानकारी दी जाएगी।
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