इलाहाबाद विवि ने अपने विज्ञान परिषद का नाम बदल कर हरिवंश राय बच्चन किया 

प्रयागराज । इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने अपने विज्ञान परिषद का नाम बदलकर हरिवंश राय बच्चन सांस्कृतिक केंद्र कर दिया है। हरिवंश राय बच्चन इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अंग्रेजी के प्रोफ़ेसर रहे हैं। यह नामकरण उनके योगदान और प्रयागराज से उनके गहरे संबंधों को सम्मानित करता है। इससे पहले, शहर में अमिताभ बच्चन के नाम पर एक खेल परिसर भी बनाया गया है।

हिंदी फिल्मों के महानायक कहे जाने वाले अभिनेता अमिताभ बच्चन और उनके पिता हरिवंश राय बच्चन का संगम नगरी प्रयागराज से गहरा रिश्ता रहा है। अमिताभ तो यहीं पैदा हुए और प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की। बाद वह यहां से एक बार चुनाव भी लड़े। आज भी जब कहीं प्रयागराज की बात होती है तो वह भावुक हो जाते हैं। प्रयागराज ने भी उनके इसी भावनात्मक रिश्ते का मान बढ़ाया है। इसी के साथ शहर की एक सांस्कृतिक विरासत को उनके पिता हरिवंश राय बच्चन के नाम कर दी गई है।यह प्राचीन सांस्कृतिक विरासत विज्ञान परिषद है। इसका नाम अब हरिवंश राय बच्चन सांस्कृतिक केंद्र होगा। इस संबंध में इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने ऐलान कर दिया है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की जनसंपर्क अधिकारी प्रो. जया कपूर के मुताबिक विश्वविद्यालय ने अपने कब्जे वाले विज्ञान परिषद का नाम हिंदी के महान कवि और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के पिता हरिवंश राय बच्चन के नाम पर कर दिया है. अब इस केंद्र का नाम हरिवंशराय बच्चन सांस्कृतिक केंद्र होगा. इससे शैक्षणिक और सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध बनाने में बल मिलेगा। 

1913 में बना विज्ञान परिषद

इलाहाबाद विश्वविद्यालय का विज्ञान परिषद एक ऐतिहासिक संस्था है। इसकी स्थापना साल 1913 में हुई थी।इस संस्थान का मुख्य उद्देश्य भारत में वैज्ञानिक विचारधारा का प्रचार-प्रसार करना था। हालांकि बाद में विज्ञान परिषद का उपयोग वाणिज्यिक गतिविधि में होने लगा। ऐसे में इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी और आखिरकार इसे जीत कर फिर से अपने कब्जे में लिया था. इसके बाद से यह तीन मंजिला भवन एक बार फिर से अपने उद्देश्यों को हासिल करने की दिशा में बढ़ रहा है। इस केंद्र का नामकरण हरिवंश राय बच्चन के नाम से करना भी इसी उद्देश्य का एक हिस्सा है।

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