रिवेम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के अन्तर्गत कराए गए कार्य एवं अन्य सुधार
554 नग फीडर का प्रथक्कीकरण का कार्य किया गया जिसके अन्तर्गत 162727 नग नये पोल लगाये गये
16297.97 कि.मी. कन्डक्टर लगाया गया्,443.20 कि.मी. ए.बी केबिल लगाया गया, अतिरिक्त विभिन्न क्षमता के 1528 नग डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर लगाये गये
योजना के प्रभावी कियान्चयन से, एटी. एण्ड सी. हानियों में गत वर्ष के सापेक्ष 12.50 प्रतिशत की कमी आई है।
मेरठ। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि. के उपभोक्ताओं को अनवरत् विद्युत आपूर्ति एवं लाईन हानियों कम करने संबंधी इन्फास्ट्रैक्चर सुदृढ करने हेतु, रिवेम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आर.डी.एस.एस) भारत सरकार द्वारा स्वीकृत की गई है। इस योजना के अन्तर्गत उपभोक्ताओं को 24x7 गुणवत्तापरक निर्वाध विद्युत आपूर्ति करने एवं वितरण कंपनियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं।
आर.डी.एस.एस योजना के तहत पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि. के 14 जनपदों में, जहाँ युद्धस्तर पर कार्य किए गए, वहीं प्रबन्ध निदेशक द्वारा कार्यदायी संस्थाओं और अधिकारियों के साथ प्रतिदिन समीक्षा से योजना को पंख लगे, परिणाम स्वरूप रिवेम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के तहत, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि. के 14 जनपदों में, नए फीडरों का निर्माण, फीडरों का विभवित्तकरण, फीडरों का बाइफरकेशन, एल.टी. लाईनों के जर्जर तार बदलने का कार्य, एच.टी. लाईनों के जर्जर तार बदलने का कार्य, योजना के अन्तर्गत पूर्ण कर लिये गए हैं। अधिक लाईन हानियों के क्षेत्र में एरियल बंच केबल डाला गया है जिससे की लाईन हानियों को कम किया जा सके।
रिवेम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम व अन्तर्गत बिजली व्यवस्था को सुदृढ करने के लिये निम्नलिखित कार्य एवं अन्य सुचार किये गये, पश्चिमांचल के 14 जनपदों में 554 नग फीडर का प्रथक्कीकरण का कार्य किया गया जिसके अन्तर्गत 162727 नग नये पोल लगाये गये। 16297.97 कि०मी० कन्डक्टर लगाया गया तथा 443.20 कि.मी. ए.बी केबिल लगाया गया, इसके अतिरिक्त 25, 63 एवं 100 केवीए विभिन्न क्षमता के 1528 नग डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर लगाये गये।
प्रबन्ध निदेशक ईशा दुहन ने बताया कि केन्द्र सरकार की महत्वकांशी योजना, रिवेम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम विद्युत प्रणाली सुदृढीकरण के लिए, मील का पत्थर साबित होने के साथ-साथ शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं के लिए वरदान साबित होगी। फीडर प्रथक्कीकरण के कार्य पूर्ण होने से, कृषि उपभोक्ताओं को दिन के समय अनवरत् विद्युत आपूर्ति की जा रही है तथा इन कार्यों के होने के उपरान्त बचत की गई ऊर्जा की आपूर्ति को, रात्रि के समय ग्रामीण क्षेत्रों में की जा रही है ताकि समस्त उपभोक्ता आराम से रात्रि मे सो सकें। प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि फीडरों का विभक्तिकरण होने से, ओवरलोडिंग के कारण बार-बार तार टूटने की समस्या से निजात मिली है तथा उपभोक्ताओं की लो वोल्टेज की समस्या का भी समाधान हो गया है, जर्जर तारों के बदले जाने से बार-बार तार टूटने की समस्या का निराकरण हुआ है तथा उपभोक्ताओं को गुणवत्तापरक अनवरत् विद्युत आपूर्ति की जा रही है। उपरोक्त कार्य होने से पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि० के अन्तर्गत समस्त 14 जनपदों की ए०टी० एण्ड सी० हानियों में गत वर्ष के सापेक्ष 12.50 प्रतिशत की कमी आई है।
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