यूपी भाजपा की नई टीम में ओबीसी और ब्राह्मणों का बोलबाला

 दलित—महिलाओं को भी अहम भूमिका दी 

2027 विधानसभा चुनाव को देखते हुए चुनी गई भाजपा की टीम

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनाव में मोर्चा संभालने प्रदेश भाजपा की नई टीम का रविवार को तीन महीने की देरी के बाद ऐलान हो गया। भाजपा ने उत्तर प्रदेश को 75 जिलों और 23 महानगरों के हिसाब से 98 संगठनात्मक जिलों में बांट रखा है। अगर जातीय समीकरणों के हिसाब से देखें तो नई सूची में ओबीसी और ब्राह्मणों का बोलबाला दिख रहा है। आज 70 जिलाध्यक्षों की सूची में सोशल इंजीनियरिंग की झलक दिख रही है। संगठन चुनाव प्रभारी महेंद्र नाथ पांडेय के अनुसार, 28 जिलाध्यक्ष अभी घोषित होने हैं। इन 70 नामों में से 25 अन्य पिछड़ा वर्ग, छह अनुसूचित वर्ग से,  सामान्य वर्ग से 39 नाम शामिल हैं। सामान्य वर्ग की सूची में सबसे ज्यादा 19 ब्राह्मण हैं।

उत्तर प्रदेश भाजपा संगठन चुनाव प्रभारी महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि भाजपा का संगठन पर्व चल रहा है। इस संगठन पर्व में 162459 बूथ में से एक लाख 42 हजार से अधिक बूथ पर चुनाव हुआ। 1548 मंडल के चुनाव हुए हैं और अभी 63 मंडल में चुनाव हो रहा है। संगठन पर्व में अभी  जिला अध्यक्षों का चुनाव हुआ है। इसमें आज 70 जिला इकाइयों में जिला अध्यक्ष घोषित हुए हैं। इसमें समाज के सभी वर्गों को स्थान दिया गया है। इन 70 नामों में ओबीसी से 25, अनुसूचित जाति के 6 और 5 महिलाएं हैं, जबकि सामान्य वर्ग से 39 जिलाध्यक्ष महानगर अध्यक्ष घोषित किए गए हैं, जबकि 26 जिलाध्यक्ष दोबारा निर्वाचित हुए हैं। ये लोग 2027 के लिए पार्टी को मजबूती देंगे।

मिली हार से सबक

भाजपा ने अमेठी समेत कई ऐसे जिलों में जिलाध्यक्ष बदल दिए हैं, जहां लोकसभा चुनाव में भाजपा को हार मिली थी। लोकसभा चुनाव में भाजपा महज 37 सीटें जीत पाई थी। खासकर पूर्वांचल में बड़ी संख्या में सीटें उसके हाथ से फिसल गई थीं। अखिलेश यादव के पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यक यानी पीडीए कार्ड से बीजेपी की ओबीसी पॉलिटिक्स को बड़ी चोट लगी थी। भाजपा ने चुनाव के बाद से नौ महीने में कई विधानसभा उपचुनाव में जीत दर्ज की है। इसमें मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव और कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव की बड़ी जीत शामिल है, लेकिन 2027 में पीडीए की काट में उसने पिछड़े दलितों का फोकस बढ़ाया है, खासकर ग्रामीण परिवेश वाले इलाकों में पिछड़ी जातियों के नेताओं को तवज्जो दी है।

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