हर-हर महादेश के जयकारों से गुंजे शहर के मंदिर 

 महाशिवरात्रि पर मंदिरों पर उमड़ा भक्तों का जनसैलाब , श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक 

मेरठ।महाशिवरात्रि पर बुधवार सुबह 4 बजे से त्रयोदशी का जलाभिषेक शुरू हो गया है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा औघड़नाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं। शिव भक्तों की सुबह से जलाभिषेक के लिए कतार लगी है। चारों तरफ हर-हर महादेव के जयकारे सुनाई दे रहे हैं। सीसीटीवी से कड़ी निगरानी की जा रही है। 



महाशिवरात्रि पर्व पर सभी शिव मंदिरों में श्रद्धालु सुबह से ही जलाभिषेक कर रहे हैं। कैंट स्थित बाबा औघाड़नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। सुबह 4 बजे आरती के बाद जलाभिषेक शुरू हो गया। करीब 5 लाख श्रद्धालुओं के जलाभिषेक के लिए एक हजार लोटे उपलब्ध कराए गए हैं।मंदिर के तीनों मार्गों पर यातायात प्रतिबंधित है। मंदिर में बनाए गए कंट्रोल रूम से सीसीटीवी के जरिए निगरानी की जा रही है।शिव जी के भजनों पर श्रद्धालु झूम रहे हैं। पूरा वातावरण शिवमय नजर आ रहा है। हर-हर महादेव के जयकारे सुनाई दे रहे हैं।औघड़नाथ मंदिर समिति के पदाधिकारियों के मुताबिक बुधवार सुबह 11:09 तक त्रयोदशी का जलाभिषेक हुआ। इसके बाद चतुर्दशी का जलाभिषेक गुरुवार सूर्योदय के बाद तक रहेगा।

देवाधिदेव महादेव व माता पार्वती के विवाह का पावन उत्सव महाशिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी को त्रिग्रही योग में मनाया जा रहा है। त्रिग्रही योग इससे पहले 60 वर्ष पूर्व मना था। महाशिवरात्रि के दिन धनिष्ठा नक्षत्र, परिघ योग, शकुनी करण और मकर राशि के चंद्रमा की उपस्थिति में आ रही है, यह एक विशिष्ट संयोग है, जो लगभग एक शताब्दी में एक बार बनता है। वर्ष 1965 में जब महाशिवरात्रि का पर्व आया था, तब सूर्य, बुध और शनि कुंभ राशि में गोचर कर रहे थे।

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