इंटर हॉस्टल प्रतियोगिता 2024-25 के अंतर्गत सांस्कृतिक नाटक प्रतियोगिता का आयोजन

मेरठ। चौधरी चरण सिंह विवि में इंटर हॉस्टल प्रतियोगिता 2024-25 के अंतर्गत होस्टल सांस्कृतिक नाटक (स्किट ड्रामा) प्रतियोगिता का भव्य आयोजन अटल सभागार में किया गया। यह प्रतियोगिता विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्रावासों के निवासियों के लिए आयोजित की गई थी, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों की रचनात्मकता, सांस्कृतिक अभिव्यक्ति और सामूहिक कार्यकुशलता को बढ़ावा देना था।

कार्यक्रम का आयोजन माननीय कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला के मार्गदर्शन एवं मुख्य वार्डन प्रो. दिनेश कुमार के निर्देशन में किया गया। इस प्रतियोगिता के संयोजक प्रो. बिंदु शर्मा एवं डॉ. सरू कुमारी थे, डॉ. दिव्या शर्मा, डॉ. निधि भाटिया जिन्होंने इस कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस आयोजन की विशेष जिम्मेदारी दुर्गा भाभी गर्ल्स हॉस्टल, रानी लक्ष्मीबाई गर्ल्स हॉस्टल, डॉ. आर. के. सिंह हॉस्टल एवं पं. दीन दयाल उपाध्याय हॉस्टल के सभी वार्डन एवं सहायक वार्डन ने निभाई।
प्रतियोगिता में विभिन्न छात्रावासों की टीमों ने समाजिक विषयों पर आधारित प्रेरणादायक नाटकों का मंचन किया, जिनमें मल्टीप्ल पर्सनैलिटी डिसऑर्डर,द गॉसिप चैन, मिस लीडिंग मीडिया जैसे महत्वपूर्ण विषयों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया। विद्यार्थियों की उत्कृष्ट प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और सामाजिक संदेश देने में प्रभावी साबित हुईं। आवासीय छात्र शिवांश मिश्रा ने कार्यक्रम का संचालन किया। निर्णायक मंडल के सदस्यों डॉ  धर्मेंद्र कुमार एवं डॉ  मुक्ति वर्मा ने परिणाम घोषित किए 
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो संजय कुमार(मनोविज्ञान विभाग, सीसीएसयू) ने विजेता टीमों को बधाई देते हुए कहा कि "मुख्य अतिथि प्रो. संजय कुमार (एचओडी, साइकोलॉजी विभाग, सीसीएसयू) ने कहा:"मल्टीपल पर्सनैलिटी और मानसिक स्वास्थ्य जैसे विषयों को नाट्य मंच पर प्रस्तुत करना एक प्रभावी प्रयास है, जो समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य करता है। जब कोई व्यक्ति डिप्रेशन या मानसिक संघर्षों से गुजरता है, तो परिवार और समाज उसकी मानसिक स्थिति को प्रभावित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। सकारात्मक संवाद, भावनात्मक सहयोग और समावेशी वातावरण से ही हम मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियों का समाधान कर सकते हैं।"मुख्य छात्रावास अधीक्षक प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि "छात्रावासीय जीवन केवल शिक्षा तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि इसमें सांस्कृतिक और सामाजिक विकास भी आवश्यक है। इस प्रकार की प्रतियोगिताएं छात्रों के सर्वांगीण विकास में सहायक होती हैं।"
इस अवसर पर डॉ वंदना राणा, डॉ वाई पी सिंह, डॉ सी पी सिंह, ई विजय सिंह, ई विजय राम,  और रविंद्र सिंह, शुभम , रुकसाना,सबलू ,ममता तोमर, रमिता चौधरी, निधि गर्ग, मीनाक्षी, बबीता, पूनम तोमर, प्रेमलता, जितेंद्र आदि ने भी कार्यक्रम में विशेष योगदान दिया और प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।
प्रतियोगिता के अंत में प्रो दिनेश कुमार, मुख्य छात्रावास अधीक्षक  द्वारा विजेता टीमों की घोषणा की गई और उन्हें प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किए गए। इसके अलावा, सभी प्रतिभागियों को प्रशंसा पत्र प्रदान किए गए, ताकि उनकी मेहनत और रचनात्मकता को सराहा जा सके।
इस प्रतियोगिता ने विश्वविद्यालय परिसर में सांस्कृतिक चेतना को और अधिक सशक्त किया एवं छात्रावासों के बीच आपसी सहयोग और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को प्रोत्साहित किया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों को बढ़ावा देने का आश्वासन दिया।

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