स्कूल में 85 बच्चों के लिए 2 शिक्षिका
बीएसए ने प्रधानाचार्य को बिल्डिंग निर्माण की जिम्मेदारी दी ता कैसे हो बच्चाें की पढाई
मेरठ। टीपी नगर स्थित ब्रह्मपुरी-3 प्राथमिक विद्यालय में एक गंभीर मामला सामने आया है। विद्यालय की प्रधानाचार्य आरती दीवान और बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) आशा चौधरी के बीच विवाद की स्थिति बन गई है। बीएसए द्वारा स्कूल में दो अतिरिक्त कमरों के निर्माण की जिम्मेदारी प्रधानाचार्य को सौंपने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रधानाचार्य आरती दीवान ने स्टाफ की कमी का हवाला देते हुए यह जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है। स्कूल में वर्तमान में 85 छात्रों के लिए केवल दो शिक्षिकाएं हैं। प्रधानाचार्य का तर्क है कि यदि वे निर्माण कार्य की देखरेख में लग जाएंगी, तो एक अकेली शिक्षिका इतने बच्चों की देखभाल कैसे कर पाएगी। साथ ही, निर्माण के दौरान बाहरी लोगों के आने-जाने से बच्चों की सुरक्षा भी चिंता का विषय है।इस मामले में बीएसए द्वारा प्रधानाचार्य को निलंबित करने की धमकी दिए जाने के बाद वे स्कूल नहीं आ रही हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राखी, सुनीता, मोनिका, निशा, पुष्पा, आंचल और काजल सहित कई अभिभावक जिलाधिकारी से मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे।
बतादें है कि आरती दीवान 2011 से इस विद्यालय में कार्यरत हैं और उनके कार्यकाल में स्कूल में छात्रों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने एनजीओ के सहयोग से स्कूल में कई विकास कार्य भी कराए हैं। प्रधानाचार्य का कहना है कि वे विकास कार्यों का विरोध नहीं कर रहीं, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में निर्माण कार्य की जिम्मेदारी लेना बच्चों की शिक्षा के साथ समझौता होगा।
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