ठेकेदार ने 45 हजार पुरानी ईंटों को लगवा कर नयी ईटों का भुगतान प्राप्त किया
महंत ने सीएम व पर्यटन मंत्री से शिकायत के बाद बैठी जांच
डीएम से तीन दिन में जांच कर रिपोर्ट मांगी
मेरठ। गगोल स्थित महर्षि विश्वामित्र की तपोभूमि पर किए जा रहे विकास कार्य में ठेकेदार ने खेला करते हुए पुरानी बिल्डिंग से निकली ईंटों को चार दिवारी में चिनवा कर नई ईंटों का भुगतान प्राप्त कर सरकार के राजस्व को चोट पहुंचायी । तीर्थ स्थल के महंत द्वारा सीएम व पर्यटन मंत्री से शिकायत किए जाने के बाद सचिव ने डीएम मेरठ से जांच की रिपोर्ट तीन दिन में मांगी है। अधिकारी जांच पड़ताल करने में जुट गये है।
महर्षि विश्वामित्र की तपोभूमि गगोल तीर्थ में प्रदेश सरकार ने पर्यटन विभाग के माध्यम से 1.52 करोड़ रुपये से तमाम विकास कार्य कराए हैं। आरोप है कि ठेकेदार ने विकास कार्यों में धांधली की है तीर्थ के महंत ने इसकी शिकायत सीएम और पर्यटन मंत्री से की। जिसपर जांच बैठी और टीएसी से जांच कराने का आदेश दिया गया, लेकिन न जांच हुई और न ही जांच रिपोर्ट शासन को भेजी गई। महंत ने फिर से पत्र भेजा तो शासन ने जिला प्रशासन से तीन दिन में जांच रिपोर्ट मांगी है।
महर्षि विश्वामित्र तीर्थ गगोल के महंत शिवदास ने मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री को भेजी शिकायत में आरोप लगाया था कि गगोल तीर्थ में 1.52 करोड़ रुपये से पार्क, शौचालय, स्नानगृह, तालाब की बाउंड्री, तीर्थ स्थल की तारबंदी तथा मुख्य गेट निर्माण का काम स्वीकृत किया गया था. लेकिन पर्यटन विभाग के ठेकेदार ने मंदिर के पुराने भवन और चाहरदीवारी को तोड़कर निकाली 45 हजार पुरानी ईटों को नवनिर्माण में प्रयोग करके उनका भुगतान ले लिया। अन्य विकास कार्यो में भी महंत ने धांधली के आरोप लगाए है।
डीएम ने मांगी रिपोर्ट
पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव ने जिलाधिकारी को कार्यों की टीएसी से जांच कराकर रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया था। लेकिन 18 अक्टूबर के आदेश पर कोई जांच नहीं की गई और न ही कोई जांच रिपोर्ट शासन को मिली। महंत ने तीन महीने बाद फिर से शिकायत की तो शासन ने संजीव कुमार श्रीवास्तव उप सचिव ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर इन आरोपों पर जांच कराकर तीन दिन में रिपोर्ट मांगी है। जिलाधिकारी ने इस मामले में क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है।
बोले अधिकारी
पर्यटन विभाग का कार्य उन्हीं की पंजीकृत एजेंसी करती है. इस मामले की जानकारी करके शासन के आदेश का पालन कराया जाएगा
डॉ. विजय कुमार सिंह, डीएम
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