आईडियाथॉन: आईआईएमटी विश्वविद्यालय में विज्ञान और नवाचार का संगम*
- आईआईएमटी विश्वविद्यालय में आयोजित आईडियाथॉन में छात्रों के बनाये वर्किंग मॉडल्स ने किया अचंभित
- विद्यार्थियों की नई पीढ़ी के विचारों में क्रांति लाने की ताकतः कुलाधिपति
- आसानी से नहीं मिलती, सफलता को साधना पड़ता हैः डिप्टी कलक्टर नवनीत गोयल
मेरठ। विद्यार्थियों की नई पीढ़ी के विचार क्रांति लाने की ताकत रखते हैं। मगर इन नए आजाद ख्याल सिर्फ दिल में रखने के लिए नहीं हैं बल्कि इन्हें साकार करने की जरुरत है। आईआईएमटी विश्वविद्यालय में आयोजित आईडियाथॉन में विद्यार्थियों द्वारा बनाये गये अनूठे वर्किंग मॉडल्स की सराहना करते हुए कुलाधिपति योगेश मोहनजी गुप्ता ने छात्रों को देश और समाज के हित में नवीन अविष्कार करने को प्रेरित किया।
शनिवार को आईआईएमटी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नालॉजी, स्कूल ऑफ बेसिक सांइस और स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस एप्लीकेशन्स की ओर से संयुक्त रूप से आईडियाथॉन का आयोजन किया गया। ‘भारत उदय, नया विचार, नया भारत’ नाम से आयोजित आईडियाथॉन में कुल मिलाकर 100 से ज्यादा टीमों ने भाग लिया। जिनमें से आईआईएमटी विश्वविद्यालय की टीमों के अलावा मेरठ के बाकी महाविद्यालयों, विद्यालयों एवम् पब्लिक स्कूलों के 30 टीमों ने भी हिस्सा लिया। आईडियाथॉन में विद्यार्थियों ने एक से बढ़कर एक वर्किंग मॉडल्स प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा दिखाई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डिप्टी कलक्टर नवनीत गोयल ने कहा कि सफलता आसानी से नहीं मिलती बल्कि सफलता को साधना पड़ता है। युवा छात्र आने वाले समय में वैज्ञानिक बनकर देश को नयीं ऊंचाइयों पर लेकर जायेंगे इसका मुझे पूर्ण विश्वास है। आईआईएमटी विश्वविद्यालय मेरठ के कुलाधिपति योगेश मोहनजी गुप्ता ने कहा की देश की तरक्की विज्ञान से ही संभव है। वैज्ञानिकों के अविष्कार लोगों के जीवन को सुगम बनाने के साथ जीवन की रक्षा और देश की तरक्की में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। माइक्रोसॉफ्ट में सीनियर कंसलटेंट राजेश पांचाल ने विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि माइक्रोसॉफ्ट में भी इसी तरह के नए विचारों पर काम किया जाता है। लगभग वैसा ही प्रयास आईआईएमटी विश्वविद्यालय के छात्र यहां साकार कर रहे हैं।
आईडियाथॉन में मॉडल्स की वर्किंग और उनकी प्रतिभा के आधार पर निर्णायकों ने विजेताओं का ऐलान किया। सीनियर वर्ग में दीवान कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के कुलदीप सिंह और अजय कुमार प्रथम, आईआईएमटी विश्वविद्यालय के संजना पटेल और जोया नाज द्वितीय और स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस एप्लिकेशन्स के अर्चित त्यागी और तेजस्विनी राजपूत तृतीय स्थान पर रहे। जूनियर वर्ग में ब्रेन्ज एडीयू वर्ल्ड स्कूल के संस्कृति चौहान प्रथम, न्यू ब्लूम पब्लिक स्कूल के अरमान और अभिनव द्वितीय स्थान पर रहे। राधा गोविंद पब्लिक स्कूल के विश्वजीत सिंह और वैभवी गोस्वामी तृतीय स्थान पर रहे। इसके अलावा 10 सांत्वना पुरस्कारों का भी वितरण किया गया।
समापन समारोह में स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग टेक्नालॉजी के डीन डॉ पंकज सिंह, कुलदीप सिंह, अजय प्रताप सिंह, डॉ अनूप सिंह, गौरव प्रधान, सिद्धार्थ जैन, स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस एप्लिकेशन्स के डीन डॉ सूरज मलिक, विभागाध्यक्ष रचना चौधरी, विकास शर्मा, बेसिक साइंस विभाग के डीन डॉ एके चौहान, डॉ धर्मेंद्र सिसौदिया, सरिता शर्मा, रेनू अग्रवाल, नेहा सक्सेना, सीना अग्रवाल मौजूद रहे। निर्णायक मंडल में डॉ राजकुमार, डॉ अतुल प्रताप सिंह जी का भी योगदान रहा
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