कार्तिक पूर्णिमा मेला: शुरू हुआ श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला 

- मेरठ सेक्टर में डेरे लगाने लगे श्रद्धालु

- छठ पूजा के दौरान मेले में होगा पहला स्नान

- पहले स्नान से पहले कार्य पूरा करने में जुटे अधिकारी

हापुड़।कार्तिक पूर्णिमा पर लग रहे गंगा मेले में श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया हैं। श्रद्धालुओं ने अपने अपने डेरे लगाने शुरू कर दिए गए हैं। इस बार मेले में आने वाली महिला श्रद्धालुओं के लिए अलग स्नान घाट बनाया जाएगा। सुरक्षा के लिए महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। 

पुरुष श्रद्धालुओं को महिलाओं के लिए बनने वाले स्नान घाट पर जाने की अनुमति नहीं होगी। कार्तिक पूर्णिमा पर लग रहे गंगा मेले का देव उठान एकादशी को विधि विधान से पूजन कर उद्घाटन किया जाएगा। मेले में दस से अधिक जिलों के श्रद्धालु आकर पतित पावनी गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमाते हैं। परिवार सहित आने वाले श्रद्धालु कई दिन पूर्व ही गंगा किनारे तंबू बनाकर रहने लगते हैं। यहां पर मेले में श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया हैं। यहां रहने वाले श्रद्धालु प्रतिदिन स्नान कर पुण्य कमाते हैं। सूरज की किरण निकलने से पहले ही स्नान का दौर शुरू हो जाता है। सदियों से गंगा किनारे लगते आ रहे मेले में इस बार महिला श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम किया गया है। आरती स्थल के निकट उनके लिए अलग से स्नान घाट बनाया जाएगा। जिससे स्नान के दौरान उनको असहज स्थिति का सामना न करना पड़े। स्नान घाट पर पुरुष श्रद्धालुओं के जाने की अनुमति नहीं होगी। सुरक्षा के लिए आस पास महिला पुलिसकर्मियों को ही तैनात किया जाएगा। वहीं गंगा मेले में इस बार 25 से 30 लाख श्रद्धालुओं के स्नान करने की संभावना है। श्रद्धालु सूरज की किरण निकलने से पहले ही स्नान शुरू कर देते हैं। किसी श्रद्धालु का पैर गहरे जल में चले जाने के कारण डूबने का डर रहता है। इसलिए गंगा जल में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। सभी स्नान घाटों पर नाव हर समय तैयार रहेंगी। उन पर एक-एक कुशल गोताखोर तैनात रहेंगे। इसके अलावा पांच स्टीमर भी स्नान घाटों पर रहेंगी।

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