सुभारती विश्वविद्यालय में हुआ अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस का आयोजन

श्रीलंका, नेपाल, भूटान, नाईजीरिया, लाईबीरिया, तंजानिया, जांबिया, जिम्बाब्वे, दक्षिण सूडान, मालावाई, स्वाज़ीलैंड आदि देश के विद्यार्थियों ने दी रंगारंग पारम्परिक सांस्कृतिक प्रस्तुति

मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय छात्र वैश्विक संबंध विभाग द्वारा वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना के साथ अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस का सत्यजीत रे प्रेक्षागृह में भव्य आयोजन किया गया। सुभारती विश्वविद्यालय में अध्ययनरत श्रीलंका, नेपाल, भूटान, नाईजीरिया, लाईबीरिया, तंजानिया, जांबिया, जिम्बाब्वे, दक्षिण सूडान, मालावाई, स्वाज़ीलैंड आदि देश के विद्यार्थियों ने अपने देश की संस्कृति व परम्परा को सुभारती के मंच पर प्रदर्शित किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्रीलंका हाई कमीशन की काउंसलर निरोशा के हेरात, अंगोला गणराज्य से वीजा काउंसलर जोआना अफोंसो फ्रांसिस्को, कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के.थपलियाल, अंतर्राष्ट्रीय छात्र वैश्विक संबंध विभाग के निदेशक डॉ. अनिंदय भांझा, फाइन आर्ट कॉलेज के डीन डॉ. पिंटू मिश्रा, फिजियोथेरेपी कॉलेज की डीन डॉ जैसमीन आनन्दाबाई,  मैनेजमेंट कॉलेज के डीन डॉ. आर.के.घई, इंजीनियरिंग कॉलेज के उप प्रधानाचार्य डॉ. डॉ.श्रवण कुमार, डॉ.एससी तिवारी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के.थपलियाल ने सभी विदेशी विद्यार्थियों को अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी आने वाले कल का भविष्य हैं। छात्र ही देश को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। चाहे छात्र किसी भी देश, पृष्ठभूमि या अध्ययन क्षेत्र से हों, हमें सभी छात्रों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा सुरक्षित वातावरण में अभिभावक स्वरूप शिक्षक विदेशी विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान कर रहे है। इसके साथ ही कौशल विकास के गुण रोपित कर विद्यार्थियों को रोजगार के पर्याप्त अवसर प्रदान किए जा रहे है।

मुख्य अतिथि श्रीलंका हाई कमीशन की काउंसलर निरोशा के हेरात ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस एक दूसरे की संस्कृति को समझने और नए अनुभव प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण अवसर है।

उन्होंने कहा कि आज का दिन सक्रियता और शिक्षा अधिकारों के प्रचार के प्रतीक की भावना के साथ दुनिया भर के छात्रों के बीच एकजुटता का प्रतिनिधित्व करता है। यह सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन और आसान शिक्षा के महत्व को बढ़ाने में छात्रों हेतु मददगार साबित होगा। उन्होंने स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय की विश्व स्तरीय शिक्षा पद्धति के साथ विदेशी छात्रों को प्रदान की जा रही सुविधाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय भारतीय संस्कृति व अपनी उच्च गुणवत्ता से विदेशी छात्रों की पहली पसंद बना हुआ है। उन्होंने सभी को अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस की बधाई दी।

अंतर्राष्ट्रीय छात्र वैश्विक संबंध विभाग के निदेशक डॉ. अनिंदय भांझा ने बताया कि कार्यक्रम में श्रीलंका, नेपाल, भूटान, नाईजीरिया, लाईबीरिया, तंजानिया, जांबिया, जिम्बाब्वे, दक्षिण सूडान, मालावाई, स्वाज़ीलैंड आदि देश के विद्यार्थियों ने अपने अपने देश की सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। सभी छात्रों ने पीपीटी के माध्यम से अपने अपने देश के इतिहास व संस्कृति से सभी को रूबरू कराया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम से सांस्कृतिक आदान प्रदान के साथ विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होता है। कार्यक्रम में फैशन शो, समूह नृत्य, एकल नृत्य, समूह गायन, कविता, सभी देशों की संयुक्त प्रस्तुति का प्रदर्शन किया गया।

धन्यवाद ज्ञापन इंजीनियरिंग कॉलेज के उप प्रधानाचार्य डॉ. श्रवण कुमार ने दिया। मंच का संचालन डॉ.अरूणा बंसल, ई. अर्चिता भटनागर ने किया। कार्यक्रम में संयोजक मानव शर्मा, पंकज, आस मौहम्मद आदि का सहयोग रहा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी संकाय व विभाग के प्राचार्य शिक्षकगण व विद्यार्थी उपस्थित रहें।

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