वैन्केटेश्वरा वीरांगना सम्मान समारोह-2024” का शानदार आयोजन 

-भारतवर्ष में मातृशक्ति वीरांगनाओं का सम्मान आज से नहीं बल्कि सनातन संस्कृति में आदिकाल से होता आया है - सुधीर गिरि

-आज अलग-अलग क्षेत्रों में शानदार उल्लेखनीय काम करने वाली मातृशक्ति को सम्मानित करते हुए वैन्केटेश्वरा परिवार स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है – डा. राजीव त्यागी 

मेरठ। मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वैन्केटेश्वरा विश्वविद्यालय/ संस्थान एवं उत्तर प्रदेश शासन के संयुक्त तत्वाधान में काकोरी शताब्दी वर्ष की 100वीं वर्षगाँठ एवं झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के जन्मशताब्दी वर्ष पर विभिन्न क्षेत्रों में शानदार कार्य करने वाली चार दर्जन से अधिक मातृशक्ति को “शाल, स्मृति चिह्न, पटका एवं पगड़ी” पहनाकर “वैन्केटेश्वरा वीरांगना सम्मान - 2024” से सम्मानित किया गया ।

 इस अवसर पर संस्थापक अध्यक्ष डा. सुधीर गिरि ने कहा कि नारीशक्ति/ मातृशक्ति का सम्मान आज से नहीं बल्कि सनातन संस्कृति के साथ अनादिकाल से होता रहा है | वही विवि के प्रतिकुलाधिपति डा. राजीव त्यागी ने कहा कि आज मातृशक्ति को सम्मानित करते हुए वैन्केटेश्वरा परिवार स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है ।



श्री वैन्केटेश्वरा विश्वविद्यालय / संस्थान के डा. सी.वी. रमन सभागार में आयोजित वैन्केटेश्वरा वीरांगना सम्मान- 2024 का शुभारम्भ संस्थापक अध्यक्ष डा. सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डा. राजीव त्यागी, प्रधान सलाहकार प्रो. वी.पी.एस. अरोड़ा, वरिष्ठ साहित्यकार मधुरम संस्था की अध्यक्षा डा. मधु चतुर्वेदी, कुलपति प्रो. कृष्ण कान्त दवे आदि ने सरस्वती माँ एवं रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके किया ।

अपने सम्बोधन में संस्थापक अध्यक्ष डा. सुधीर गिरि ने कहा कि आज महान वीरांगना झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के जन्मशताब्दी वर्ष पर हम “वैन्केटेश्वरा वीरांगना सम्मान - 2024” का आयोजन कर रहे है, पर मातृशक्ति का सम्मान आज से नही बल्कि सनातन संस्कृति में आदिकाल से होता आया है ।प्रतिकुलाधिपति डा. राजीव त्यागी ने कहा कि आज मातृशक्ति को सम्मानित करते हुए वैन्केटेश्वरा परिवार स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है | हम पूर्व से ही नारी को शक्ति रूप, करुणा रूप, विद्या रूप, धनलक्ष्मी रूपेण समेत सभी रूपों में पूजा करते है ।

वैन्केटेश्वरा वीरांगना सम्मान-2024 समारोह को प्रधान सलाहकार प्रो. वी.पी.एस. अरोड़ा, कुलपति प्रो. कृष्ण कान्त दवे, प्रसिद्द साहित्यकार डा. मधु चतुर्वेदी, समूह सलाहकार आर.एस.शर्मा ने भी सम्बोधित किया | सम्मानित होने वाली वीरांगनाओं में डा. मधु चतुर्वेदी (साहित्य/कला), डा. सुमेधा दीदी (संस्कृत एवं महिला सशक्तिकरण), डा. शालिनी सिंह (एन.जी.ओ./ सामाजिक कार्यकत्री), डा. एना ब्राउन (नर्सिंग), डा. दिव्या गिरधर, पत्रकारिता, श्रीमती करूणानिधि (सलाहकार महिला कल्याण विभाग), श्रीमती ममता दुबे (महिला कल्याण), श्रीमती रीना जोशी (मेडिकल एजुकेशन), डा. नीतू पंवार (इंटरनल क्वालिटी) डा. शिल्पा रैना रिसर्च अज़हा खान अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी समेत अलग-अलग क्षेत्रों की बयालीस महिलाओं को सम्मानित किया गया | इस अवसर पर कुलसचिव डा. पीयूष पांडेय, डा. राजेश सिंह मेरठ परिसर निदेशक डा. प्रताप सिंह एवं मीडिया प्रभारी विश्वास राणा इत्यादि शामिल रहे ।

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