कैंट बोर्ड का करोड़ों दबाये बैठे रेलवे, सेंट्रल एक्साइज व इनकम टैक्स विभाग

- नोटिस पर नोटिस भेज रहा कैंट बोर्ड, विभाग नहीं दे रहे तवज्जो

निरीक्षण को निदेशक एन.वी. सत्यनारायण मेरठ पहुंचे 

,  मेरठ। कैंट बोर्ड के बड़े बकायदारो का निरीक्षण करने  लखनऊ मध्य कमान निदेशक प्रथम एन.वी. सत्यनारायण मेरठ कैंट बोर्ड कार्यालय पहुंचे।  निरीक्षण के दौरान कैंट बोर्ड का लगभग बीस करोड़ रुपए की बकाया वसूली के साथ साथ सेवा शुल्क कैसे बढ़ाया जाए इसको लेकर मेरठ छावनी परिषद मुख्य अधिशासी अधिकारी जाकिर हुसैन व छावनी सदस्य डॉ सतीश शर्मा के साथ बैठक की गई है।

 वहीं कैंट बोर्ड का करोड़ों का सर्विस चार्ज न देने एवं नोटिस भेजने के बाद भी अनदेखी करने वाले सबसे बड़े बकायेदारों में पहला रेलवे डिपार्टमेंट दुसरा इनकम टैक्स और तीसरे बकायेदारों में सेंट्रल एक्साइज विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर, नाराजगी जताते हुए जल्द से जल्द बकाया राशि जमा कराने पर जोर दिया गया है। यह जानकारी मंगलवार को छावनी परिषद कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए एन. वी.  सत्यनारायण ने बताया इन तीनों डिपार्टमेंट पर कैंट बोर्ड का करोड़ों रुपए का बकाया है। कैंट बोर्ड द्वारा नोटिस पर नोटिस भेजे  जाने के बाद भी विभाग तवज्जो नहीं दे रहे है।अब कैंट बोर्ड के पास फंड की काफी कमी है, ऐसे में अधिकारियों ने सख्ती से बकाया जमा कराने की बात कही है। उन्होंने बताया हमारा  रेलवे सबसे बड़ा बकाएदार है जिस पर लगभग 12 करोड़ की राशि काफी समय से बकाया चल रही है दुसरे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट पर तीन करोड़, जीएसटी विभाग पर दो करोड़ व बीएसएनएल विभाग पर 17 लाख रुपए बकाया चल रहा है। जिनसे बातचीत के बाद सभी अधिकारियों ने भुगतान देने का आश्वासन दिया है इस हिसाब से छावनी परिषद को बकाया धनराशि जल्दी मिलने की सम्भावना है। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए एन. वी. सत्यनारायण ने बताया कि लगभग 30 से 32 मामले लीज उनके सामने रखे गए थे जिसपर सीईओ के साथ बैठकर निस्तारण के लिए निर्देश दिए गए हैं। इस अवसर पर कार्यालय अधीक्षक/मीडिया प्रभारी जयपाल सिंह तोमर व राजस्व अधिक्षक राजेश जान मौजूद रहे।

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