मंदिर निर्माण को लेकर हुआ झगड़ा थाने तक पहुंचा

मवाना थाने में पुलिस व भाजपाइयों में टकरावआमने-सामने आए सपा और भाजपा नेता

मेरठ।मवाना थाने में शनिवार रात सपा, भाजपा नेता आमने सामने आ गए। दोनों ही दलों के नेताओं के बीच जमकर गालीगलौज और हंगामा हुआ। हंगामा बढ़ते हुए थाने तक पहुंच गया। पुलिस दोनों पक्षों को शांत कराने लगी तो भाजपाइयों के साथ भी पुलिस की बहस हो गई।इसके बाद पुलिस ने भाजपा नेताओं को खदेड़ा। पुलिस, नेताओं के बीच भी जमकर बहस हुई। फिलहाल पुलिस ने दोनों पार्टी के नेताओं के दोनों पक्षों को थाने में बैठा लिया है।

दरअसल मवाना गुड़ मंडी में प्राचीन शिव मंदिर है। शिव मंदिर में सपा नेता विनोद गुप्ता पूर्व उपाध्यक्ष रहे हैं। वहीं भाजपा नेता सौरभ शर्मा मंदिर प्रबंध समिति में वर्तमान उपाध्यक्ष हैं। प्रबंध समिति में मंदिर निर्माण का पुराना विवाद चल रहा है।इसी विवाद के चलते शनिवार को विनोद गुप्ता और सौरभ शर्मा के बीच बहस हो गई। बहस बढ़ते-बढ़ते झगड़े और मारपीट पर आ गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची दोनों पक्ष थाने आ गए। सौरभ शर्मा भाजपा में जिला सहसंयोजक भी है। उनके साथ गणेशपुर ग्राम प्रधान और प्रधान संगठन का जिला महामंत्री आशु त्यागी ने भी हंगामा किया।सौरभ शर्मा ने आरोप लगाया कि पूर्व अध्यक्ष विनोद गुप्ता ने मंदिर में दलितों का प्रवेश रोक दिया था। वो दलितों को जातिसूचक शब्द कहते थे। जिसके कारण मंदिर में दलितों का प्रवेश बाधित हो गया था। विनोद गुप्ता ने इस बात का खंडन कर सौरभ शर्मा पर दूसरे आरोप लगाए। पुलिस दोनों पक्षों की बात सुनकर मुकदमा लिखने जा रही थी। तभी विनोद गुप्ता की पत्नी थाने आ गई।सपा नेता विनोद की पत्नी ने थाने में हंगामा कर दिया। महिला के हंगामा करते ही भाजपा नेता ने उन्हें अपशब्द कह दिए। भाजपा नेता ने महिला के साथ पुलिस के सामने ही बदत्तमीजी कर दी और उसे बेहद गलत शब्द बोले।इसे देखकर पुलिस भाजपा नेता को चुप कराने लगी। सौरभ शर्मा तब भी नहीं माना तब पुलिस ने उसे खदेड़ा। इसके बाद थाने पर अफरा, तफरी मच गई। तमाम पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया। फिलहाल पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने में बैठाया है।सौरभ शर्मा हस्तिनापुर विधायक और राज्यमंत्री दिनेश खटीक का करीबी उनका पीए है। पहले बसपा में रह चुके हैं। वहीं विनोद गुप्ता सपा नेता हैं और पूर्व में विधायक प्रभुदयाल वाल्मीकि के खास रहे हैं। पुलिस पर एक पक्ष को थाने में अंदर बैठाकर चाय पिलाने का आरोप लगाया जा रहा है। हालांकि सीओ मवाना ने इस आरोप को निराधार बताया है।

वहीं पूरे मामले पर सीओ मवाना अभिषेक पटेल का कहना है कि दोनों पक्षों में मंदिर के संचालन को लेकर विवाद है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। दोनों पक्षों में आज इसी बात पर बहस और झगड़ा हुआ।


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