आखिरकार रिटायर्ड बैंक कर्मी को डिजिटल अरेस्ट कर 1.73 करोड़ की ठगी करने वाले
पुलिस ने चारआरोपियों को किया गिरफ्तार , तीन राज्यों में बैठकर दिया घटना को अंजाम
मेरठ। 8 दिन पूर्व पांडव नगर में रिटायर बैंक कर्मी को पांच दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 1.73 करोड़ की साइबर ठगी करने वालों को आखिरकार पुलिस ने पकड़ ही लिया है। पुलिस ने इस मामले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनसे पुलिस को अहम जानकारी मिली है।
पकड़े गये आरोपियों में निलेश बालकृष्ण निवासी रत्नागिरी महाराष्ट, नावेद निवासी तानाजी नगर ठाणे महाराष्ट्र ्,नामिजला राजकुमार निवासी कोमाटी पल्ली, तहसील हसनपार्थातेलंगाना व सोम्यासिस पाईन निवासी चिदमन मुजी लेन, विडन स्ट्रीट, कोलकाता पश्चिम बंगाल हैं।आरोपियों के बैंक एकाउंट के संबंध में केंद्र सरकार के राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर मेरठ के अलावा विभिन्न राज्यों में 13 शिकायतें दर्ज हैं। निलेश बालकृष्ण के खाते में पीड़ित ने 90 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे। इनमें से 4,99,500 रुपये नावेद एजास सैयद के खाते में ट्रांसफर हुए। निलेश बालकृष्ण ने अपना बैंक खाता किसी अन्य व्यक्ति को रुपये लेकर प्रयोग करने के लिए देना बताया। नावेद एजास सैयद ने बताया कि क्रिप्टो करेंसी बेचकर 4,99,500 रुपये उसके खाते में आए थे। जिसकी उसने दोबारा क्रिप्टो करेंसी खरीद ली। सोम्यासिस पाईन के खाते में 45 लाख रुपये पीड़ित ने ट्रांसफर किए थे।नामिजला राजकुमार ने अपने व अपनी पत्नी के नाम पर 12 बैंक खाते खुलवा रखे हैं। जिनमें से कुछ खाते किराये पर ट्रेडिंग कंपनी को दिए हैं। राजकुमार की पत्नी के खाते में पीड़ित ने 8.80 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे। जो दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिए गए। राजकुमार की गिरफ्तारी के दौरान विभिन्न बैंको के 10 एटीएम कार्ड, विभिन्न बैंको की 8 पासबुक और ट्रेडिंग कंपनी के सदस्यों से बात करने के लिए इस्तेमाल मोबाइल बरामद किया। राजकुमार के खिलाफ अन्य शहरों में भी दो मुकदमे दर्ज हैं।
ये था पूरा मामला
सिविल लाइन थाना क्षेत्र की पांडव नगर कॉलोनी के रिटायर्ड बैंक कर्मी सूरज प्रकाश और उनकी पत्नी को पांच दिन डिजिटल अरेस्ट कर 1.73 करोड़ की साइबर ठगी की गयी। सूरज प्रकाश के पास 17 सितंबर को एक कॉल आई थी। कॉलर ने खुद को टेलीकॉम विभाग से बताते हुए कहा कि आपके सभी रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बंद किए जा रहे हैं। आपके आधार कार्ड का इस्तेमाल कर कैनरा बैंक में एक खाता खोला गया है। जिसमें 6.80 करोड़ रुपये मनी लॉन्ड्रिंग के आए हैं। इसके बाद उनके व्हाट्सएप नंबर पर कॉल आई। कॉलर ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए उनके खिलाफ महाराष्ट्र में रिपोर्ट दर्ज होने की जानकारी दी। उन्हें जेल भेजने की धमकी देकर डराया।
सूरज प्रकाश और उनकी पत्नी सरोज बाला को घर से बाहर जाने और किसी से मिलने से रोका गया। पांच दिन दोनों को घर में डिजिटल अरेस्ट रखा। 18 सितंबर को उनके खाते से एक बैंक खाते में एक बार 3.80 लाख और दूसरी बार 5 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। 20 सितंबर को एक बैंक खाते में 90 लाख रुपये, 21 सितंबर को एक बैंक खाते में 45 लाख रुपये और दूसरे बैंक खाते में 30 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए थे।
कॉलर ने खुद को टेलिकॉम विभाग से बताते हुए कहा कि आपके सभी रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बंद किए जा रहे हैं। आपके आधार कार्ड का इस्तेमाल करके कैनरा बैंक में एक खाता खोला गया है। इसमें 6.80 रुपए मनी लॉन्ड्रिंग के आए हैं।इसके बाद उनके वॉट्सऐप नंबर पर कॉल आई। कॉलर ने उनके खिलाफ महाराष्ट्र में रिपोर्ट दर्ज होने की जानकारी दी। उन्हें जेल भेजने की धमकी देकर डराया। उन्हें घर से बाहर जाने और किसी से मिलने से रोका गया।
18 सितंबर को उनके एक बैंक खाते में एक बार 3.80 लाख और दूसरी बार 5 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। 20 सितंबर को एक बैंक खाते में 90 लाख रुपए, 21 सितंबर को एक बैंक खाते में 45 लाख रुपए और दूसरे बैंक खाते में 30 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। जब उन्हें ठगी का एहसास हुआ, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। सूरज प्रकाश ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
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