मेडिकल की इमरजेंसी में जूनियर डॉक्टर्स-तीमारदारों में मारपीट
महिला मरीज की मौत पर हंगामा, जूनियर डॉक्टर का सिर फोड़ा, मुकदमा दर्ज
मेरठ। मेडिकल कॉलेज एलएलआरएम में सोमवार देर रात इमरजेंसी में महिला मरीज की मौत होने पर तीमारदार भड़क गए। तीमारदारों ने डॉक्टर के साथ हाथापाई, मारपीट कर दी। इसमें जूनियर डॉक्टर का सिर फूट गया।तीमारदारों की ये हरकत देखकर डॉक्टर भी भड़क गए। अपने बचाव में उतरे डॉक्टरों ने भी तीमारदारा पर हाथ छोड़ दिया।जूनियर डॉक्टरों की तरफ से मेडिकल थाने पर तहरीर दी गई। जिसमें तीमारदार के खिलाफ की गई शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। रातभर इमरजेंसी में हंगामा मचा रहा, जूनियर डॉक्टर भी अपनी सुरक्षा के सवाल को लेकर प्रदर्शन करने लगे।
डॉक्टरों ने कहा जूनियर डॉक्टर मनीष से मारपीट करने वाले 12 घंटे में पकड़े नहीं गए तो मेडिकल अस्पताल में हड़ताल करेंगे।मेडिकल इमरजेंसी में जूनियर डाक्टर मनीष पर हमले से अन्य डाक्टरों में आक्रोश है। वहीं, डाक्टरों ने काम ठप कर मरीजों व तीमारदारों का प्रवेश रोक दिया। इससे इमरजेंसी में लाए गए मरीजों व उनके तीमारदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। देर रात तक सीनियर डाक्टर और पुलिस अधिकारी जूनियर डॉक्टर को समझाने में जुटे रहे लेकिन वे गिरफ्तारी की मांग करते रहे।
रात नौ बजे महिला की मौत के बाद मेडिकल इमरजेंसी में दोनों पक्षों हुई मारपीट के बाद जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद परिजन महिला का शव छोड़कर चले गए। वहीं, जूनियर डाक्टरों ने काम ठप कर दिया। पुलिस ने जूनियर डाक्टरों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन वे नहीं माने। प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. धीरज बालियान, डॉ. ज्ञानेश्वर टांक मौके पर पहुंचे और जूनियर डॉक्टरों को समझाने का प्रयास किया।जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. साक्षी ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को 12 घंटे का समय दिया है। यदि गिरफ्तारी नहीं होती तो जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले जाएंगे।
मेडिकल की इमरजेंसी में इस घटना को देखते हुए डॉक्टरों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो गया। एकत्र हुए चिकित्सकों का कहना था कि घटना के वक्त सुरक्षाकर्मी मौके पर नहीं था। पहले भी इस तरह की घटनाओं के बाद सुरक्षा की मांग की जा चुकी है। लेकिन पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। घटना की शिकायत एसएसपी से की जाएगी। डाक्टरों की सुरक्षा के लिए मेडिकल कालेज इमरजेंसी के बाहर स्थायी पुलिस चेक पोस्ट की मांग की जाएगी।प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता का कहना है कि कॉलेज प्रशासन की ओर से जूनियर डाक्टर की मांग है कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। घटना के विरोध में उन्होंने कार्य का बहिष्कार किया है। समझाने का प्रयास जारी है।
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