चिकित्सकों की हड़ताल के कारण चरमराई मेडिकल की व्यवस्था
धरना स्थल पर पहुंचे राज्यमंत्री सोमेन्द्र तोमर को वापस भेजा
मेरठ। लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। प्रिंसिपल ने वार्तालाप के लिए डॉक्टर को समय दिया। हालांकि मांग पत्र के कुछ बिंदुओं पर उनमें समझौता हो गया। लेकिन डॉक्टर कहना है कि जब तक उनकी पूर्ण रूप से मांगे नहीं मानी जाती है। तब तक हड़ताल जारी रहेगी। राज्य मंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर भी धरना स्थल पर जूनियर डॉक्टर को समझाने पहुंचे थे। लेकिन उन्हें वापस भेज दिया गया।
रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. साक्षी सिंह ने बताया कि कोलकाता में हुई घटना निंदनीय है। हालांकि घटना की जांच सीबीआई को सौंप दी गई हैं। ऐसी घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को सजा नहीं मिल जाती, तब तक चिकित्सकों का आंदोलन जारी रहेगा।उनका कहना है कि लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा के लिए पूर्व सैनिक कर्मियों की तैनाती की जाए। मेडिकल परिसर में सीसीटीवी लगवाए जाएं। महिला व पुरुष शौचालय की स्थिति बेहद खराब है। उन्हें साफ कराया जाए। डॉक्टरों की ड्यूटी रूम का भी ध्यान रखा जाना चाहिए जिसमें पुरुष और महिला डॉक्टर के लिए अलग-अलग व्यवस्था हो।अस्पताल के प्रत्येक संवेदनशील एरिया में लाइट की व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि अस्पताल के उस हिस्से में अंधेरा ना हो। रात 9:00 के बाद केवल मेन गेट ही खोला जाना चाहिए। कैंपस में काम करने वाले सभी डॉक्टर्स और कर्मचारियों की आईडी कार्ड होने अति आवश्यक है।डॉ. साक्षी का कहना है कि राज्य मंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर धरना स्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने हड़ताल खत्म कर ध्वजारोहण की बात कही थी। डॉक्टर का कहना है कि वे भी देश प्रेमी हैं। हड़ताल जारी रखकर ध्वजारोहण करेंगे। लेकिन हड़ताल तब तक खत्म नहीं करेंगे जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती।ऐसे में कुछ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए डॉक्टर द्वारा तिरंगे के अपमान की खबर फैलाई जा रही है। डॉक्टर का कहना है जो गलत खबर है।
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