जम्मू-कश्मीर की सियासत में किस्मत आजमाने को तैयार कई नौकरशाह
जम्मू,एजेंसी। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी बिसात बिछने लगी है। राज्य में करीब एक दशक बाद हो रहे चुनाव में कई दिग्गज नौकरशाह मैदान में उतर सकते हैं। इसमें पूर्व डीजीपी शेष पॉल वैद के अलावा डीआईजी इसरार खान, वीआरएस ले चुके एसएसपी मोहन कैथ और एसएसपी मोहन लाल भगत केन की चर्चा चल रही है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही पूर्व नौकरशाह सियासी पिच पर उतरने की जुगत में लग गए हैं। सूबे में अपने अनुभव व रसूखों के दम पर कई नौकरशाह चुनावी पिच पर किस्मत आजमाने के लिए नौकरी ही छोड़ दी है। इसके अलावा कई ने रिटायरमेंट के बाद राजनीति में आने के लिए मन बनाया है। इसमें रिटायर डीजीपी, डीआईजी, एसएसपी और एसपी स्तर के अफसर शामिल हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि पूर्व नौकरशाह किस पार्टी की किस सीट से चुनावी मैदान में उतरने की कवायद में हैं।
जम्मू-कश्मीर से चुनावी किस्मत आजमाने के लिए जिन पुलिस अफसरों के नाम की चर्चा है, उसमें पूर्व डीजीपी शेष पॉल वैद शामिल हैं, जिन्हें एसपी वैद के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा डीआईजी इसरार खान, वीआरएस ले चुके एसएसपी मोहन कैथ और एसएसपी मोहन लाल भगत के चुनावी मैदान में उतरने की बात कही जा रही है।एसपी केडी भगत भी विधानसभा चुनाव में उतर सकते हैं। इन सभी पूर्व नौकरशाहों ने सियासी गोटियां भी बिछानी शुरू कर दी हैं और उन्होंने अपने लिए सीटों का भी सिलेक्शन कर रखा है।
कौन किस सीट से लड़ेगा चुनाव?
रिटायर्ड जिन पुलिस अफसरों के विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है, उनमें ज्यादातर की कोशिश बीजेपी से उम्मीदवार बनने की है। इसके लिए पूरा जोर भी लगाना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी भी उन्हें चुनावी पिच पर उतारने की तैयारी में है। खासकर दलित समुदाय के लिए सुरक्षित सीटों पर ज्यादा जोर है। इनमें से बीजेपी से चुनाव लड़ने वाले नामों के संभावित उम्मीदवारों के पैनल में भी उन्हें रखा गया है। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में चुनाव लड़ने वाले अफसरों के नाम सामने भी आ जाएंगे।
पूर्व डीजीपी एसपी वैद अपने गृह जनपद से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। वैद जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के महानपुर कस्बे के रहने वाले हैं। वो एक डोगरा परिवार से आते हैं। इसीलिए एसपी वैद कठुआ या फिर जम्मू संभाग की किसी सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। वो काफी दिनों से मोदी सरकार की नीतियों की तारीफ कर रहे हैं। इसके अलावा बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले के मामलों को सोशल मीडिया पर उठाया था। उन्होंने कहा था कि सीएए की आलोचना करने वालों को बांग्लादेश में चल रहे संकट पर गौर करना चाहिए। इसके अलावा भी वो अपने कठुआ क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। इसके चलते ही माना जा रहा है रहा कि बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।
इसरार खान कश्मीर से लड़ेंगे चुनाव?
जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीआईजी इसरार खान भी चुनाव लड़ने के लिए पूरे दमखम के साथ जुटे हुए हैं।इसरार खान को लाली खान के नाम से जाना जाता है। साल 2014 में उन्होंने पुलिस अफसर की नौकरी छोड़कर नेशनल कॉफ्रेंस का दामन थाम लिया था। उधमपुर के एक प्रमुख परिवार से ताल्लुक रखने वाले लाली खान कश्मीर क्षेत्र की सीट से चुनाव लड़ने की कवायद में हैं। उन्हें उमर अब्दुल्ला के करीबी नेताओं में गिना जाता है। ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस इस बार उन्हें चुनावी मैदान में उतार सकती है।
मड़ सीट से बीजेपी मोहन कैथ पर लगा सकती है दांव
जम्मू-कश्मीर के गृह विभाग ने जम्मू-कश्मीर सिविल सेवा विनियमन खंड-एक के अनुच्छेद 230 के तहत 31 अगस्त 2024 से आईपीएस मोहन लाल कैथ की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति को मंजूरी दे दी है। मोहन कैथ जम्मू जिले के मड़ विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं.।मड़ सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। माना जा रहा है कि बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में ताल ठोक सकते हैं. इसीलिए उन्होंने नौकरी से बीआरएस ले लिया है। बीजेपी के संभावित उम्मीदवारों में उनका नाम शामिल है।
मोहन लाल भगत को लेकर भी चर्चा
एसएसपी मोहन लाल भगत के विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है। उन्होंने भी समय से पहले अपने रिटायरमेंट के लिए आवेदन किए हैं, लेकिन अभी मंजूरी नहीं मिली है। मोहन लाल भगत के अखनूर सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। यह सीट दलित समुदाय के लिए आरक्षित है। ऐसे में माना जा रहा है कि भगत बीजेपी के टिकट पर सियासत में एंट्री कर सकते हैं। मोहन लाल भगत की वीआरएस अर्जी को लेकर अभी कोई आदेश जारी नहीं हुआ।अगर बीआरएस की मंजूरी नहीं मिलती है तो फिर वो चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।
इसके अलावा एसपी केडी भगत के भी चुनाव लड़ने की चर्चा है, लेकिन उन्होंने न ही रिटायरमेंट के लिए आवेदन किया है और न ही उनकी सियासी गतिविधियां दिख रही है। हालांकि, सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा है कि केडी भगत अखनूर सीट से मैदान में उतर सकते हैं।
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