नीरज के भाले से भारत को सिल्वर पदक मिला
नीरज ने सिर्फ सिल्वर मेडल नहीं जीता, पेरिस ओलंपिक में रिकॉर्ड्स की झड़ी भी लगाई
पेरिस,एजेंसी। पेरिस ओलंपिक 2024 में जैवलिन थ्रो का फाइनल बेहद कड़ा और रोमांचक रहा था, जहां 5-6 एथलीट के बीच जोरदार टक्कर चल रही थी। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने इस बाजी को जीता लेकिन नीरज भी पीछे नहीं रहे और उन्होंने सीजन के बेस्ट थ्रो के साथ सिल्वर मेडल अपने नाम किया। नीरज चोपड़ा ने सिर्फ सिल्वर मेडल नहीं जीता, पेरिस ओलंपिक में रिकॉर्ड्स की झड़ी भी लगाई है।
नीरज चोपड़ा जहां जाते हैं, वहां से खाली हाथ नहीं लौटते। ये सिलसिला 2016 में शुरू हुआ था, जब इस उभरते हुए सितारे ने पहली बार एक रिकॉर्ड बनाया था। ये बात अंडर-20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप की है जहां उन्होंने जूनियर जैवलिन थ्रो का रिकॉर्ड बनाया था। नीरज का ये थ्रो 86.48 मीटर का था और वो जूनियर वर्ल्ड चैंपियन बने थे। उस दिन से ही आने वाले भविष्य की एक झलक मिल गई थी, जिसमें एक के बाद एक कई रिकॉर्ड बनने और टूटने थे। गुरुवार 8 अगस्त की रात पेरिस ओलंपिक 2024 में भी नीरज ने इसी सिलसिले को बरकरार रखा और अपना नाम इतिहास में दर्ज करवा दिया।
स्टैड डि फ्रांस स्टेडियम में पेरिस ओलंपिक के मेंस जैवलिन थ्रो का फाइनल बेहद रोमाचंक और बेहद कड़ा साबित हुआ। यहां नीरज चोपड़ा अपने खिताब की रक्षा करने उतरे थे, जो उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में जीता था। नीरज इस बार चैंपियन तो नहीं बन पाए लेकिन अपने स्वभाव के मुताबिक खाली हाथ नहीं लौटे।नीरज ने एक दमदार थ्रो के साथ सिल्वर मेडर पर अपना और भारत का नाम लिखवाया और इस तरह रिकॉर्ड्स बुक में भी खुद को हमेशा के लिए दर्ज करवा लिया।26 साल के नीरज चोपड़ा ओलंपिक में एथलेटिक्स के 2 मेडल जीतने वाले भारत के पहले एथलीट बन गए। उन्होंने इससे पहले टोक्यो ओलंपिक 2020 में गोल्ड मेडल जीता था। नीरज से पहले एथलेटिक्स में भारत के लिए किसी ने एक भी मेडल नहीं जीता था।
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