जमीन पर बैठकर पढ़ने को मजबूर देश का भविष्य 

दो विभागों की पाट में पीस रहे बच्चे 

 मेरठ। सर्व शिक्षा अभियान को पूरे प्रदेश मे जोरशोर से प्रचार व प्रसार किया जा रहा है। लेकिन यह दावा सिर्फ कागजों तक ही दिखाई दे रहा है। जबकि हकीकत में तस्वीर कुई ओर ही बंया कर रही है। यह बात हम हवा में नहीं कर रहे है। कहते आयना कभी झूठ नहीं बोलता है। दो विभागों की खींचतान के कारण सरकारी स्कूल मे पढ़ने वाले छात्र जमीन पर बैठकर कर पढ़ने के लिए मजबूर हो रहे है। जबकि सरकार देश के भविष्य को बेहतर शिक्षा देने का वादा करती दिखाई दे रही है। 

हम बात कर रहे है केसरगंज स्थित कम्पोजिट विद्यालय की । जहां पर पढ‍़ने वाले बच्चे जमीन पर टाट पर बैठकर पढ़ाई करने के लिए मजबूर हो रहा है। जबकि सरकार की ओर से विद्यालय में क्लासरूम बनाने के आदेश जारी किए जा चुके है। इसके बाद भी वहां पर पढ़ने वाले बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ने के लिए मजबूर हो रहे है। 

दरअसल अल्पसंख्य विभाग को क्लासरूम बनाने का आदेश दिया था। इन क्लासरूम को अब बनकर तैयार हो जना था। लेकिन सरकार के आदेश को विभाग के अधिकारियों ने  कितनी गंभीरता से लिया यह स्कूल में जमीन पर बैठककर पढ़ने वाले नौनिहालों से पता चलती है।  यहाँ जंगल बन चुका है और क्लासरूम के नाम पर बिना छत के महज़ 4 दीवारें खड़ी कर दी गईं हैं जोकि अब घास और पेड़ पौधों से पटकर जंगल में तब्दील हो चुकी हैं ।

अब बात करें शिक्षा विभाग की तो ऐसे स्कूलों की जिम्मेदारी बेसिक शिक्षा विभाग की है। जिसका काम है ऐसे स्कूलों को चिन्हित करतें जहां पर जमीन पर बैठकर स्कूली बच्चे पढ़ रहे है। लेकिन विभाग की अधिकारी ने वहां जाना गवारा नहीं समझा । 

बहरहाल , दो विभागों की लापरवाही का खामियाजा ये छात्र भुगत रहे हैं जोकि सरकारी स्कूल में बेहतर सुविधाओं के साथ शिक्षा हासिल करने के लिए पहुंचे थे । वो बेहतर सुविधाएं जिन्हें देने का वादा सरकार ने तो किया लेकिन धरातल पर वो महज़ दावे ही बनकर रह गए और धरातल पर कोई काम नजर नहीं आ रहा है ।

अब देखना ये होगा कि आखिर सरकारी स्कूल की ज़मीन पर बैठकर शिक्षा हासिल कर रहे इन छात्रों का क्लासरूम कब तक बनकर तैयार होते हैं जिनमें बैठकर ये छात्र उन सुविधाओं को हासिल कर सकेंगे जोकि सरकार इन्हें देने का दावा कर रही है ।

 बोले अधिकारी 

इस बारे में बेसिक शिक्षा अधिकारी आशा चौधरी से इस बारे में जानकारी ली गयी तो उनका कहना है। कि अल्पसंख्यक विभाग के द्वारा तैयार किए जाने वाले सरकारी स्कूल की क्लासरूम का काम रुका हुआ है । जल्दी ही क्लाासरूम को तैयार कराया जाएगा। 

 वही दूसरी ओर  जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रुहेल आजम का कहना है कि विभाग के आदेशों के बाद क्लासरूम बनाने का ठेका वक़्फ़ विकास निगम को दे दिया गया था और इस निर्माण कार्य के दौरान में कमियां मिली थी जिसकी वजह से ये निर्माण रुक गया था । अब दोबारा विभाग को पत्र लिखा गया है और जल्द ही निर्माण के लिए दूसरी क़िस्त जारी की जाएगी और आगामी 2 महीनों मे निर्माण कार्य पूरा कराया जाएगा और इन्हें शिक्षा विभाग को सौंप दिया जाएगा ।


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