कूडे़ के ढेर में मिली लावारिश बच्ची को लेकर समाधान दिवस पर पहुंचा दंपत्ति
अधिकारियों ने की दंपत्ति की जमकर तारीफ ,बोले कानूनी रूप से बच्ची को गोद दिया जाएगा
मेरठ। हस्तिनापुर में कांवड़ सेवा के दौरान कूडे़ के ढेर में मिली बच्ची को लेकर शनिवार को दंपत्ति मवाना में लग रहे सामधान दिवस पर कानूनी रूप से बच्ची को गोद लेने के पहुंचे । जिस पर दंपत्ति द्वारा बच्ची की सुरक्षा करने पर जमकर सराहा । वही अधिकारी बोले कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी बच्ची को सौंपा जाएगा।
दरअसल हस्तिनापुर के गांव राठौरा खुर्द निवासी विजयपाल सिंह अपनी पत्नी राधा के साथ कांवड़ सेवा शिविर में शिवभक्तोें की सेवा करने के दौरान गत 28 जुलाई को कूडे़ के ढेर में एक लावारिश बच्ची मिली थी। बच्ची रो रही थी। उसके ऊपर मक्खी लग रही थी। विजयपाल उसकी पत्नी ने काफी आवाज लगाई किसी का बच्चा खो गया है तो ले जाएं। लेकिन कोई नहीं आया।तब दोनों ने बच्ची को उठाया और साथ ले गए। कांवड़ शिविर में दोनों ने माइक से अनाउंसमेंट कराया ताकि बच्ची जिसकी हो ले जाए। जब कोई नहीं आया तो विजयपाल बच्ची को अपने साथ ले आए। पिछले 15 साल से कोई बच्चा न होने के कारण उन्हाेंने भोले का प्रसाद मान कर उसकी परवरिश कर रहे थे।बच्ची का नाम पार्वती रख दिया । लेकिन विजयपाल सिंह कानूनी रूप से बच्ची को गोद लेने की खातिर शनिवार पत्नी संग बच्ची को लेकर समाधान दिवस में पहुंचे। जहां दोनो बच्ची के बारे में पूरी जानकारी अधिकारियों को दी। दंपत्ति द्वारा बतायी गयी बात पर सीओ सौरभ सिंह ने दंपत्ति की बच्ची की सुरक्षा करने की जमकर सराहना की। लेकिन उन्हाेंने कहा कानूनी रूप से बच्ची को गोद लेने के लिए प्रक्रिया से गुजरना होगा।
विजयपाल ने ये भोलेनाथ का प्रसाद है। जो हमें शिव की सेवा के दौरान ये बच्ची मिली है। दोनों ने बच्ची का नाम पार्वती रख दिया। दोनों पिछली 28 तारीख से बच्ची को अपने घर में रखकर पाल रहे हैं। बच्ची के असली माता, पिता को तलाशा लेकिन कोई नहीं आया। बाल कल्याण समिति को बच्ची की जानकारी दी है। ताकि बच्ची आधिकारिक तौर पर गोद दी जा सके।
सीओ का कहना है कि विजयपाल, उसकी पत्नी ने बच्ची को सुरक्षित अच्छे से रखा। यह मानवीय पहल है। उनके कोई संतान नहीं है इसलिए प्रयास रहेगा कि गाइडलाइन के अनुसार ऑफिशियली बच्ची उनको गोद मिल जाए।
विजयपाल मजदूरी करता कहना है बेटा हो या बेटी मेरे लिए सब बराबर हैं। यह बेटी हमारे घर में देवी का रूप बनकर आई है।विजयपाल समेत चार भाई बहन हैं। जिसमें तीन भाई और एक बहन है। सभी शादीशुदा हैं। और भाई अलग रहते हैं। वहीं पुलिस बच्ची के माता, पिता की तलाश में भी जुटी है।
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