मेडिकल कॉलेज में 5वें दिन जारी डॉक्टरों की हड़ताल
बोले- कॉलेज में घुसकर मारपीट करना दुर्भाग्य, पैदल मार्च निकालकर पब्लिक को जोड़ेंगे
मेरठ। बंगाल में छात्रा के साथ रेप व हत्या के मामले में मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल पांचवें दिन भी जारी रही। हालांकि स्थानीय प्रशासन ने अपने स्तर कुछ मांग मान भी ली। लेकिन यूपीआरडीए के आह्वान पर चल रही हड़ताल जारी रहेगी। जूनियर डॉक्टर्स पैदल मार्च कर लोगों को भी हड़ताल से जोड़ने का प्रयास करेंगे।
रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. साक्षी सिंह का कहना है कि हड़ताल का आज पांचवा दिन है। कोलकाता में हुई घटना निंदनीय है। हालांकि घटना की जांच सीबीआई को सौंप दी गई हैं। उसके बावजूद भी उपद्रवियों ने कॉलेज में घुसकर मारपीट की, जो दुर्भाग्य है। ऐसी घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को जब तक सजा नहीं मिल जाती, आंदोलन जारी रहेगा।उन्होंने प्रिंसिपल को मांग पत्र सौंपते हुए कहा था कि लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा के लिए पूर्व सैनिक कर्मियों की तैनाती की जाए। मेडिकल परिसर में सीसीटीवी लगवाए जाएं। महिला और पुरुष शौचालय की स्थिति बेहद खराब है। उन्हें साफ कराया जाए।डॉक्टरों की ड्यूटी रूम का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। जिसमें पुरुष और महिला डॉक्टर के लिए अलग-अलग व्यवस्था हो। अस्पताल के प्रत्येक संवेदनशील एरिया में लाइट की व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि अस्पताल के उस हिस्से में अंधेरा ना हो।रात 9:00 के बाद केवल मुख्य गेट ही खोला जाना चाहिए। कैंपस में काम करने वाले सभी डॉक्टर्स व कर्मचारियों की आईडी कार्ड होने अति आवश्यक है। इनमें से कुछ मांग मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने मान ली है।
डॉ. साक्षी ने बताया कि उनकी लड़ाई महिलाओं पर अत्याचार करने वाले दरिंदो से है। वें इस लड़ाई में पैदल मार्च कर आम लोगों को भी जोड़ने का प्रयास करेंगे। हालांकि मेडिकल कॉलेज में चल रहे धरने में मरीज के तीमारदार भी शामिल होने आ रहे हैं। डॉक्टर्स का मकसद मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था खराब करना नहीं है। हड़ताल जारी रहते हुए भी ओपीडी का संचालन किया जा रहा है।
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