बेटियों को बचाने जान पर खेल गई मां
बेटियों को नहर में डुबाने पहुंचा था पिता
मेरठ। औलाद के आदमी क्या- क्या जतन नहीं करता है। लेकिन जब पिता ही औलाद की दुश्मन हो जाए तो फिर क्या मेरठ के सरधना इलाके के मढियाई गांव में एक मां अपनी 3 बेटियों को मौत के मुंह से निकाल लाई। अपने ही पति से अपनी बेटियों को बचाने के लिए मां जान पर खेल गई। पिता अपनी 3 बेटियों को नहर में फेंकने जा रहा था। मौके पर किसी तरह मां पहुंची और पति का विरोध कर बेटियों को मरने से बचा लिया। वहीं पति ने उसे बुरी तरह पीटा है।घायल हालत में मां को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उसकी हालत नाजुक है। डॉक्टर इलाज कर रहे हैं। वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। आरोपी पिता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
सरधना मढियाई गांव निवासी कामिल ने बताया कि उसकी बहन नाजमा पुत्र बीरबल की शादी 10 साल पहले दिल्ली निवासी नफीस से हुई थी। शादी के बाद दोनों के 4 बेटियां हुई। एक बेटी की मौत काफी समय पहले बीमारी के कारण हो चुकी है। इस समय दोनों के 3 बेटियां सना उम्र 6 साल, आलसिफा उम्र 4 साल और फिजा उम्र 2 साल की है।लगातार 4 बेटियां होने के कारण नफीस खुन्नस में रहता। अक्सर पत्नी से कहता कि तू हर बार बेटी पैदा करती है मेरा वंश कैसे बढ़ेगा। 14 अगस्त को पति, पत्नी में एक बार फिर बेटा न होने के कारण विवाद हुआ। इसके बाद नफीस ने बेटियों को पत्नी के हाथों से छीना और फेंकने के लिए गंगनहर में चल पड़ा। तभी नाजमा ने उसे रोक दिया। नाजमा ने पति के पैर पकड़ लिए कि बेटियों को छोड़ दे वो नहीं रुका। बल्कि उसने नाजमा को लाठी डंडों से पीट दिया।
पीड़िता के भाई कामिल ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। कहा कि उसने आरोपित के खिलाफ तहरीर दी। आरोपित लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा है। वहीं, पुलिस भी कार्रवाई नहीं कर रही है। आरोपित फरार हो गया है। पीड़िता के अनुसार इस दौरान उसके दांत भी टूट गए और कमर में चोट आई। इसके बाद स्वजन नाजमा को लेकर सीएचसी पहुंचे। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद मेरठ रेफर कर दिया।
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