सीसीएसयू 
 ने प्राप्त की वर्ल्ड स्तर पर महत्वपूर्ण रैंकिंग

मेरठ।  बुधवार को चौधरी चरण विवि  के लिए खुशियों से भरा आया जब विवि ने  वर्ल्ड स्तर की Webometrics रैंकिंग्स में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हुआ है। विवि ने विश्व स्तर पर 2876 वी रैकिंग प्राप्त की है। जबकि देश में विवि 139 वीं रेंक पर रहा  है। 

 मीडिया को जानकारी देती कुलपति कार्यालय के समिति कक्ष में  प्रो संगीता शुक्ला ने बताया कि विवि के लिए यह हर्ष की बात है। जब विवि ने विश्व स्तर रैकिंग प्राप्त की। वर्ल्ड स्तर पर 32,000 विश्वविद्यालयों में से चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने 2876वीं रैंक प्राप्त की है। यह उत्तर प्रदेश की स्टेट फंडेड कैटेगरी यूनिवर्सिटीज में दूसरे स्थान पर है। देश में 139वीं रैंक पर रहा सीसीएसयू ।Webometrics रैंकिंग्स स्पेन की एक रैंकिंग लैब द्वारा प्रकाशित की जाती हैं, जो ओपन एक्सेस कंटेंट के मूल्यांकन पर आधारित होती हैं। यह रैंकिंग विश्वविद्यालयों की वेबसाइट्स की दृश्यता और उत्कृष्टता और शोध कार्यों को मापती है। विश्वविद्यालय की वेबसाइट की पहुंच, प्रकाशित कंटेंट की गुणवत्ता, और उसके संदर्भों को यह रैंकिंग प्रणाली मान्यता देती है। कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों और शोध छात्र-छात्राओं को इस उपलब्धि पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के लिए इस प्रकार की रैंकिंग से विश्वविद्यालय की वैश्विक पहचान बढ़ेगी। इससे अन्य अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों के साथ सहयोग के अवसर बढ़ेंगे। साथ ही, विश्वविद्यालय में पढ़ने के इच्छुक विदेशी विद्यार्थी भी आकर्षित होंगें।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के डायरेक्टर रिसर्च प्रोफेसर बीरपाल सिंह ने ओपन एक्सेस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा किओपन एक्सेस का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। यह न केवल शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों को मुफ्त में उच्च गुणवत्ता वाला ज्ञान उपलब्ध कराता है, बल्कि इससे शोध के क्षेत्र में भी नवाचार और विकास को बढ़ावा मिलता है। विश्वविद्यालय में ओपन एक्सेस सामग्री की बढ़ती मात्रा से रैंकिंग में और सुधार होगा ।आईक्यूएसी के हेड प्रोफेसर मृदुल कुमार गुप्ता ने कहा कि ओडीएल शुरू हो जाने के बाद, विश्वविद्यालय की रैंकिंग और भी बेहतर हो सकती है। इससे विश्वविद्यालय की वेबसाइट और ऑनलाइन संसाधनों की गुणवत्ता और पहुंच में सुधार होगा, जो रैंकिंग में और अधिक उछाल ला सकती है। विश्वविद्यालय का ध्यान अब ओपन एक्सेस सामग्री की मात्रा और गुणवत्ता बढ़ाने पर होगा, जिससे भविष्य में और भी उत्कृष्ट रैंकिंग प्राप्त हो सके।

विश्वविद्यालय के पुस्तकालय विभाग के प्रभारी प्रो जे ए सिद्दकी ने Webometrics रैंकिंग प्रणाली में विश्वविद्यालयों को विभिन्न मानदंडों के आधार के बारे में बताया कि इनमें प्रमुख हैं:

  विश्वविद्यालय की वेबसाइट की वैश्विक पहुंच और संदर्भों की संख्या।

वेबसाइट पर उपलब्ध कंटेंट की मात्रा।

. उच्च गुणवत्ता वाले शोधपत्रों की संख्या और उनके संदर्भ।

ओपन एक्सेस रिसर्च पेपर्स की संख्या।

इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय की शिक्षा और अनुसंधान की गुणवत्ता को  नई दिशा मिलेगी।इस दौरान प्रोफेसर मृदुल कुमार गुप्ता, प्रोफेसर बीरपाल सिंह, प्रोफेसर जमाल अहमद सिद्दीकी एवं प्रेस समिति सदस्य इंजीनियर प्रवीण कुमार इत्यादि उपस्थित रहे।

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