बोले थानेदार साहब ये मत समझो दलितों के हाथ बंधे हैं
मेरठ । रसूलपुर में दलित युवक की घुड़चढ़ी के दौरान हुए पथराव हो गया था। मंगलवार शाम को राज्यमंत्री दिनेश खटीक पीड़ितों से मिलने पहुंचे।मंत्री ने थानेदार को फोनकर कहा ये मत समझो दलितों के हाथ बंधे हैं। ये कुछ भी कर सकते हैं। ये कानून और संविधान को मानने वाले लोग हैं। इसलिए कानून से खिलवाड़ नहीं करते।
राज्यमंत्री ने एसओ फलावदा राजेश कांबोज को फोन पर फटकार लगाई। कहा- क्या थानेदार साहब आपके थाना क्षेत्र में दलितों को रहने का अधिकार नहीं है, पत्थर बरसाए गए और घर में आकर हमला किया। वो लोग वीडियो बना रहे थे। क्या आप समझ रहें हैं। अगर ये अपने पर आ गए तो कुछ नहीं बचेगा।ये मेरा परिवार है, इसे डराया जा रहा है। मैं मुख्यमंत्री से बात करूंगा। मैंने एडीजी से बात की है और अब मुख्यमंत्री से भी बात करुंगा। मैं किसी भी हद तक जाऊंगा, किसी से दबने की जरूरत नहीं है। कानून के दायरे में रहकर हम न्याय दिलाएंगे, यहां विशेष संप्रदाय के लोग आकर लोगों को धमकाएंगे ये हम नहीं होने देंगे।
दिनेश खटीक ने एडीजी डीके ठाकुर को फोन किया। कहा- मैं रसूलपुर आया हूं, बहुत भयानक मंजर है, क्या दलित यहां से छोड़कर चले जाएं, दूसरे संप्रदाय के लोगों ने पथराव किया, तीसरी घटना है ये, सख्त एक्शन लीजिएगा।
यह है पूरा मामला
फलावदा थाना क्षेत्र के रसूलपुर गांव में 15 जून को डीजे बजाने को लेकर दो समुदाय में बवाल हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि देखते ही देखते दोनों पक्ष मारपीट शुरू हो गई। कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इसमें 6 लोग घायल हो गए। दो समुदाय का मामला होने के चलते सीओ सौरभ सिंह व थाना प्रभारी राजेश कुमार कांबोज फोर्स लेकर गांव पहुंचे। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
No comments:
Post a Comment