कर्बला के शहीदों को बड़े ही गमगीन माहौल में अश्कबार आंखों से अलविदा कहा गया
मेरठ। मौहरर्म की दसवीं तारीख को हजरत इमाम हुसैन और कर्बला के शहीदों को बड़े ही गमगीन माहौल में अश्कबार आंखों से अलविदा कहा गया लब्बैक या हुसैन लब्बैक या अब्बास की सदाओं के बीच शहर सहित जैदी फार्म, लोहिया नगर में अलम-ए-मुबारक ताजिये और जुलजनाह के जुलूस बड़ी अकीदत के साथ बरामद हुए।
शहर छोटी कर्बला चैड़ा कुआं से ताजिये और जुलजनाह का बड़ा जुलूस बड़ी अकीदत के साथ 2 बजे बरामद हुआ। इस दौरान कोटला के विभिन्न अजाखानो से ताजिये बरामद होकर इस जुलूस में शामिल हुए। जुलूस मनसबिया से घन्टाघर रेलवे रोड, ईदगाह चैराहे से गुजरता हुआ कर्बला मनसबिया पहुचां। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकाले गये जुलूस में कमर अहमद जै़दी पूर्व पुलिस कमिश्नर दिल्ली, बिलाल रिज़वी, सैयद शाह अब्बास सफवी सहित बड़ी संख्या में हुसैनी सौगवार काले लिबास पहने शामिल हुए। जुलूस में अंजुमन इमामिया के वाजिद अली गप्पू ने अपने नौहों में इमाम हुसैन के हिन्दुस्तान ना आने की कसक को यूं बयां किया।
कर्बला जाते ना मौला काश आजाते यहीं - मुंतजिर सदियों से अब तलक मेरा हिन्दुस्तान है
इसके अतिरिक्त चांद मियां, रविश, मीसम, तथा दस्तये हुसैनी के साहिबे ब्याज़, हुमायू अब्बास ताबिश, गिज़ाल रज़ा, हिलाल आब्दी, तन्जीम-ए-अब्बास के सफदर अली, अतीक उल हसन, काशिफ, दारेन ने दर्द भरे नौहे पढ़े। इस मौके पर मोहर्रम कमेटी के संयोजक अलहाज सैयद शाह अब्बास सफवी, मीडिया प्रभारी अली हैदर रिजवी ने जिला प्रशासन और मीडिया का जुलूसों में पूर्ण सहयोग के लिये शुक्रिया अदा किया। जुलूस की व्यवस्था मोहर्रम कमेटी के संयोजक अलहाज सैयद शाह अब्बास सफवी, तालिब अली जै़दी, अली हैदर रिजवी, नियाज हुसैन जै़दी, शकील जै़दी, मासूम असगर तथा हुसैनी इन्कलाब चैनल के निदेशक हैदर अब्बास सम्भाले हुए थे। जुलूस कर्बला पहुंचकर अलविदाई नौहो के साथ सम्पन्न हुआ जहां ताजिये और तर्बरूकात दफन किए गये। जुलूस के प्रबन्धक हसन मुर्तजा रहे, जुलूस के उपरान्त सौगवारों को फल, जूस, शर्बत आदि बाटे गये।
इससे पूर्व प्रातः 8 बजे इमामबारगाह करीम बख्श से ताजिया बरामद होकर वापस इसी स्थान पर पहुंचा तथा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रातः 9 बजे हसन अली मरहूम के अजाखाने जाहिदियान से हाजी शमशाद अली जै़दी के प्रबन्ध में अलम-ए-मुबारक हजरत अब्बास और तर्बरूकात का जुलूस तिरंगें झण्डे के साथ बरामद हुआ जो निर्धारित स्थानों से होता हुआ मखदूम शाहविलायत कर्बला गेट नं0 3 के अन्दर शान्ति पूर्ण माहौल में पहंुचा जहां मखदूम शाह विलायत कब्रिस्तान कमेटी के अध्यक्ष मौ0 शाहिद खान के नेतृत्व में जुलूस का स्वागत कर साम्प्रदायिक सौहार्द का पैगाम दिया गया और गत् वर्षो से चला आ रहा विवाद मौहर्रम कमेटी के मीडिया प्रभारी अली हैदर रिजवी, प्रबन्धक हाजी शमशाद अली जै़दी, शाह विलायत कब्रिस्तान कमेटी के अध्यक्ष मौ0 शाहिद खान तथा जिला प्रशासन की मध्यस्थता और सूझ-बूझ से समाप्त हो गया। जुलूस कर्बला पहुंचने पर तर्बरूकात दफन किए गए। जुलूस में हाजी जहीर आलम अंजुम, युसुफ अली, हाजी सुल्तान हैदर, हैदर हसन, अकबर हुसैन, फैज़ान जै़दी सहित बड़ी संख्या में हुसैनी सौगवार शामिल रहे।
जैदी फार्म में जुलूस: जैदी फार्म इमामबारगाह इश्तियाक हुसैन से मौलाना नदीम अस़गर की तकरीर के बाद 2 बजे जुलजनाह और ताजिये का बड़ा जुलूस बरामद होकर अब्बास पैलेस, शाह जलाल हाॅल, कौमी एकता मार्ग, नई कोठी से होता हुआ जैदी सोसायटी कर्बला पहुंचकर सम्पन्न हुआ इससे पूर्व मौलाना नदीम असगर ने शाहजलाल चैराहे पर तथा हाजी खुर्शीद जै़दी ने इमामबारगाह पंजेतनी पर अपनी तकरीर में हुसैनियत का पैगाम दिया। इस दौरान हुसैनी सौगवारों ने जंजीरों का जबरदस्त मातम किया कर्बला में ताजिये और तर्बरूकात दफन किए गए। जुलूस में बड़ी संख्या में हुसैनी सौगवार शामिल हए। इस दौरान जावेद रज़ा, शबीह जैदी, अरशी नकवी, असद रजा़, शाहनावाज़, मौ0 नजर आदि ने पुरसोज नौहे पढ़ कर हुसैनियत का पैगाम दिया। आज शाम को जगह-जगह फाका शिकनी की गयी और सुबह 9 बजे मस्जिद जैदी नगर सोसायटी, कर्बला मनसबियसा में खुले में आमाले आशूरा (इबादत) किये गये।
शाहजलाल हाॅल से निकला मशाल जुलूस: रात्रि में 9 बजे शाहजलाल हाॅल सैक्टर 4 शास्त्री नगर से हुसैनी मिशन की जानिब से शामें गरीबां की मंजलिस मे मौलाना अम्मार हैदर रिज़वी की तकरीर के बाद तारीखी मशाल जुलूस बरामद हुआ जो जैदी फार्म से कर्बला जैदी सोसायटी पहुंच कर सम्पन्न हुआ। जहां अनेकों नौहेख्वानों ने पुरसोज़ नौहेख्वानी की। जुलूस में बड़ी संख्या में हुसैनी सौगवार शामिल रहे।
इससे पूर्व शहर में डा. इकबाल हुसैन के अजाखाने हुसैनाबाद, छोटी कर्बला, मनसबिया तथा इमामबारगाह इश्तियाक हुसैन जैदी फार्म में भी शामे गरीबां की मजलिसे हुई। दरबारे हुसैनी जैदी फार्म से अलविदाई जुलजनाह बरामद हुआ। मोहर्रम कमेटी के मीडिया प्रभारी अली हैदर रिजवी ने बताया कि कल इमामबारगाह अलहाज डा. इकबाल हुसैन, हुसैनाबाद में यौमे जैनब के उन्वान से मजलिस होगी। गम-ए-हुसैन का सिलसिला 8 रबीउलअव्वल तक जारी रहेगा।
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