मेडिकल कॉलेज ललितपुर में मनाया गया डॉक्टर्स डे 

ललितपुर । सोमवार को मेडिकल कॉलेज ललितपुर में डाक्टर्स डे धूमधाम से मनाया गया। समस्त चिकित्सा शिक्षक एवं चिकित्सा स्वास्थ्य के चिकित्सा अधिकारियों की उपस्थिति में प्रधानाचार्य द्वारा दीप प्रज्वलन एवं केक काट कर डॉक्टर्स डे की बधाई दी गई तथा प्रधानाचार्य द्वारा समस्त चिकित्सकों को संदेश दिया गया कि चिकित्सक को भगवान का रूप कहा जाता है तो हम सब की जिम्मेदारी बनती है कि हमें अपना चिकित्सकीय कार्य पूरे लगन, उत्साह, ईमानदारी एवं दृढ़ निश्चिय, निस्वार्थ भाव एवम तन्मयता के साथ करना चाहिए।

मेडीकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डा वी डी पाण्डेय ने बताया स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय ललितपुर में प्रधानाचार्य डॉक्टर द्विजेंद्र नाथ की अध्यक्षता में डॉक्टर्स डे का सफल आयोजन किया गया।  

 डॉ अभ्युदय शर्मा बाल रोग विशेषज्ञ, मेडिकल कालेज ललितपुर ने बताया कि 1 जुलाई डॉक्टर्स डे की तरह मनाया जाता है। हम सभी चिकित्सको का एक ही उद्देश्य होना चाहिए- सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्। हम सभी 1 जुलाई डॉक्टर वी सी राय की जन्मतिथि और उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर प्रति वर्ष मानते हैं। उनका जन्म बिहार राज्य के पटना शहर में हुआ था। उनके पिताजी सेंट्रल एक्साइज कमिश्नर थे। पढ़ाई में काफी अच्छे होने के कारण उन्होंने इंजीनियरिंग एवं मेडिकल दोनों में प्रवेश प्राप्त करने के लिए अप्लाई किया, फिर उनका मेडिकल के क्षेत्र में कोलकाता मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में सेलेक्शन हो गया। एमबीबीएस के बाद उन्होंने लंदन में पोस्ट ग्रैजुएशन किया और पढ़ाई पूरी करके स्वदेश अपनी चित्सकीय सेवा देने वापस आ गए। वे गरीबों का मुफ्त में इलाज किया करते थे। एक समय की बात है जब गांधी जी उपवास पर थे तो उनको बुलाया गया उन्होंने कहा में 40 करोड़ देशवासियों का इलाज तो नही कर सकता लेकिन 40 करोड़ देशवासी जिससे आशा लगाए बैठे हैं उनका अच्छे से इलाज करूंगा। 1940  में जब डॉक्टर रविंद्र नाथ टैगोर की तबीयत खराब हुई तब उनका ऑपरेशन किया। स्वतंत्रता के बाद देश के प्रतिनिधि के तौर पर अमेरिका गए और उन्होंने एक मुलाकात में वहां के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी को देखकर उनको कहा कि आपको एडिसन डिजीज की बीमारी है और जब बाद में उनकी जांच हुई तो वही बीमारी निकली। उनको उत्तर प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया। 1961 में उनको भारत रत्न से  पुरस्करित किया गया। सन 1962 में 1 जुलाई को उनका निधन हो गया। उनके नाम पर वी सी राय पुरस्कार दिया जाता है जो कि चिकित्सा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने पर केंद्र सरकार द्वार दिया जाता है।


मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डा मिनाक्षी सिंह ने कहा कि डा वी सी राय के जीवन से, उनके व्यक्तित्व से, उनकी कहानी से हमें यह सीख लेनी चाहिए कि हम चाहे कितने भी सफल हों जाएं लेकिन मानवता की सेवा के लिए हमे कोशिश कभी नहीं छोड़ना चाहिए लगातार एवं निरंतर कोशिश करना चाहिए।



इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षका डॉक्टर मीनाक्षी सिंह, डॉक्टर पवन सूद, डॉक्टर एमसी गुप्ता, डॉक्टर आरपी सिंह, डॉक्टर अभिषेक गुप्ता, डॉक्टर देश निधि सिंह, गुप्ता डॉ मोहित जैन, डॉ मनोज कुमार, डॉ शिखा जैन, डॉक्टर आकृति यादव, डॉक्टर केके मिश्रा, डॉक्टर मनीष कुमार, डॉ प्रिया जैन, डॉक्टर मिली अग्रवाल, डॉ अंकुर सोनी, हॉस्पिटल क्वॉलिट मैनेजर नंदलाल यादव एवं फार्मासिस्ट श्रीमती पारुल शिवहरे आदि उपस्थित रहे।

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