जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर हुआ एकीकृत निक्षय दिवस का आयोजन

 -  श्री प्रेमचंद लोहिया ट्रस्ट के सहयोग से पूठा हुसैनपुर गांव में आयोजित हुआ निक्षय दिवस शिविर 

- क्षय रोग विभाग के साथ मिलकर अब तक 4300 व्यक्तियों की टीबी स्क्रीनिंग करा चुका है ट्रस्ट

 

हापुड़, 15 मार्च, 2024जनपद में शुक्रवार को एकीकृत निक्षय दिवस का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार त्यागी के निर्देशन में जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर ओपीडी में पहुंचे रोगियों की टीबी स्क्रीनिंग की गई और लक्षण युक्त रोगियों का स्पुटम (बलगम का नमूना) लिया गया। श्री प्रेमचंद लोहिया मेमोरियल ट्रस्ट के सहयोग से पूठा हुसैनपुर गांव के निक्षय दिवस शिविर का आयोजन किया गया। जिला क्षय रो‌ग विभाग के तत्वावधान में ट्रस्ट के द्वारा लगभग दो हजार की आबादी वाले इस गांव में घर -घर जाकर क्षय रोग के बारे में जानकारी दी गई। निक्षय शिविर के आयोजन से पूर्व ई-रिक्शा पर माइकिंग के द्वारा शिविर का प्रचार प्रसार करते हुए टीबी के लक्षणों की जानकारी दी गई।  

जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. राजेश सिंह‌ने बताया - जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों और  आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर शुक्रवार को एकीकृत निक्षय दिवस का आयोजन किया गया। ओपीडी में आए रोगियों की टीबी स्क्रीनिंग की गई। इसके साथ ही पूठा हुसैनपुर गांव में मेरिनो इंडस्ट्रीज लि‌मिटेड द्वारा पोषित श्री प्रेमचंद लोहिया ट्रस्ट के सहयोग से निक्षय दिवस शिविर का आयोजन किया गया। निक्षय शिविर में डीटीओ डा. राजेश सिंहट्रस्ट के चिकित्सा अधिकारी डा. पीएस अग्रवाल और डा. डीके अग्रवाल ने ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। 150 ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के पश्चात 20 ग्रामीणों की शुगर और 10 ग्रामीणों का स्पुटम (बलगम का नमूना) का नमूना जांच के लिए लिया गया और छह को एक्स-रे के लिए रेफर किया गया। 

मेरिनो इंडस्ट्रीज के महाप्रबंधक और ट्रस्ट संचालक मानवेंद्र सान्याल ने बताया - ट्रस्ट और जिला क्षय रोग विभाग मिलकर हर माह की 15 तारीख को अलग-अलग गांव में जाकर निक्षय दिवस शिविर का आयोजन करते हैं। अब तक 13 निक्षय दिवस शिविरों का आयोजन कर 4300 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी हैयह क्रम आगे भी जारी रहेगा। इस मौके पर डीटीओ डा. राजेश सिंह ने श्री प्रेमचंद लोहिया मेमोरियल ट्रस्ट का इस टीबी स्क्रीनिंग में सहयोग के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा - इसी तरह से अन्य सक्षम संस्थाएं भी टीबी स्क्रीनिंग में सहयोग के लिए आगे आए और टीबी मुक्त भारत अभियान में भागीदार बनें।  

जिला पीपीएम समन्वयक सुशील चौधरी ने बताया - दो सप्ताह से अधिक खांसी या बुखारखांसी के साथ खून या बलगम आनारात में सोते समय पसीना आनासीने में दर्द रहनाकमजोरी और थकान महसूस होना और वजन कम होना टीबी के लक्षण हो सकते हैं। इनमें से कोई भी लक्षण आने पर नजदी‌की स्वास्थ्य केंद्र जाकर टीबी की जांच अवश्य कराएं। सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी की जांच और उपचार की सुविधा उपलब्ध है। उपचार के दौरान क्षय रोगी के बैंक खाते में निक्षय पोषण योजना के तहत हर माह पांच सौ रुपए की पोषण राशि दी जाती है। 

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