भूमाफियाओं द्वारा 125 साल पुराने बाल सदन पर अवैध कब्जे के प्रयास को रोकने की मांग
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुख्य सचिव को लिखा पत्र
मेरठ। शिवाजी रोड़ स्थित 1896 में बने वैश्नाथालय पर भूमाफिया की नजर गढ़ गयी है। वहां पर रहने वाली तीस लड़कियों को तीन पहले दिल्ली में कही पर शिफ्ट कर दिया गया है। जिसमें 12 लड़की तो ऐसी थी जो स्कूल में पढने के लिए जाती थी। दिल्ली में शिफ्ट होने से उनकी पढ़ाई छूट गयी है। मामला का पता चलने पर आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने भू माफियाओं द्वारा मेरठ के शिवाजी मार्ग, कचहरी मार्ग स्थित लाला रामानुज दयाल वैश्य बाल सदन को षडयंत्र कर कब्जे में लेने के प्रयासों की तत्काल जांच और कार्यवाही की मांग की है।
मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश को भेजी शिकायत में उन्होंने कहा कि यह बाल सदन 1896 का बना है. यहां तब से लगातार लड़कियां रहती रही हैं. अभी भी उस बाल सदन में लगभग 30 लड़कियां थीं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी 3 दिन पहले इन लड़कियों को चुपके से इस बाल सदन से दिल्ली में कहीं शिफ्ट किया गया है। सभी स्टॉफ को भी हटा दिया गया है। यहां की 12 लड़कियां एक सरकारी स्कूल में पढ़ने जाती थीं। जिनकी पढाई बीच में ही छुट गई है।
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार मेरठ के एक विधायक द्वारा भू माफियाओं के साथ मिलकर कागजों में हेर फेर कर उस पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसमें उन्हें कुछ सरकारी कर्मियों का भी सहयोग मिल रहा है.
उन्होंने कहा कि लगभग 125 साल पुराने इस बाल सदन पर गैर कानूनी कब्जा का प्रयास अत्यंत ही आपत्तिजनक है. उन्होंने मुख्य सचिव से इस प्रकरण की अविलंब उच्चस्तरीय जांच कराते हुए इन प्रयासों को तत्काल रोकने की मांग की है।
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