भजन सम्राट अनूप जलोटा धार्मिक भजनों व गजलों की शानदार प्रस्तुति दी 

मेरठ, 9 नवम्बर, 2023 | विद्या प्रकाशन मन्दिर के तत्वावधान में प्रकाशन मन्दिर के प्रांगण में 'दीप - संस्कृति उत्सव- 2023' अतीव हर्ष एवं उल्लास के वातावरण में सम्पन्न हुआ। समारोह की संगीत संध्या में भजन सम्राट पद्मश्री अनूप जलोटा ने अपने धार्मिक भजनों तथा गजलों की शानदार प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

कार्यक्रम में श्रोताओं की सिफारिश पर चुनिंदा भजन तथा गजल पेश किये गये। इनमें ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन..., वो काला एक बाँसुरीवाला, मैया मोरी, मैं नहीं माखन खायो तथा कुछ गजलें दर्शक-श्रोताओं के अनुरोध पर विशेष रूप से प्रस्तुत की गयी । अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के गायक अनूप जलोटा ने दर्शकों की भारी भीड़ की भरपूर तालियाँ बटोरीं।

दीप-संस्कृति उत्सव कार्यक्रम का शुभारम्भ विद्या प्रकाशन मन्दिर के चेयरमैन सुरेन्द्र कुमार जैन तथा प्रबन्ध निदेशक सौरभ जैन के भावभीने स्वागत से हुआ। इसके पश्चात् संस्थान का गान प्रस्तुत किया गया। प्रबन्धन ने संस्थान के संस्थापक महोदय को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके चित्रों पर माल्यार्पण किया। इसके पश्चात् प्रकाश पर्व के अवसर पर दीप प्रज्वलित किये गये।कार्यक्रम की अगली कडी में विद्या प्रकाशन मन्दिर के परामर्शदाता डॉ० जय शंकर आत्रेय का स्वागत भाषण हुआ। डॉ आत्रेय ने विद्या प्रकाशन मन्दिर के संक्षिप्त इतिहास को प्रस्तुत करते हुए प्रकाशन के प्रबन्धन, प्रशासनिक अधिकारियों और सहकर्मी बन्धुओं को दीपावली पर्व की हार्दिक बधाई दी।

प्रकाशन संस्थान के प्रबन्ध निदेशक सौरभ जैन ने प्रकाश पर्व दीपोत्सव की उज्ज्वल रोशनी को नूतन आशाओं, निष्ठा एवं विश्वास का प्रतीक बताते हुए सहकर्मियों को प्रेरित करते हुए कहा कि दीपमालिका के अगणित दीये हमारे भीतर चेतना की ऊर्जा भरते हुए नूतन आशा व उत्साह की उमंग जगाते हैं।सौरभ जैन ने उत्सव में सम्मिलित अतिथिगण का स्वागत तथा सम्मान किया और उनकी उपस्थिति के प्रति कृतज्ञता अर्पित की।विद्या प्रकाशन मन्दिर के चेयरमैन सुरेन्द्र कुमार जैन ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों के साथ संस्थान के सभी सहकर्मियों को दीपावली की शुभकामनाएँ देते हुए भगवान महावीर से सबकी सुख-शान्ति, समृद्धि तथा आत्मिक उन्नति के लिए प्रार्थना की।

विद्या प्रकाशन मन्दिर के सीटीओ डॉ रोहित खोखर ने कार्यक्रम का सुन्दर तथा सफल संचालन किया। उन्होंने प्रकाशन के कर्मचारियों के श्रम तथा निष्ठा की सराहना करते हुए कहा कि हमारे परिश्रम से उपजे स्वेद बिन्दु भारतीय संस्कृति के महान गौरव के प्रतीक है। डॉ खोखर ने कर्मचारीगण द्वारा प्रस्तुत कलात्मक प्रस्तुति की प्रशंसा भी की।दीप-संस्कृति उत्सव में नवीन जैन, पंकज जैन, राजीव ओबरॉय, मंगल सेन आर्य, नेहा गौतम, नेहा मक्कड, कैप्टन सिवाच, विशाल जैन ने प्रमुख भागीदारी की।

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