सिटी मजिस्ट्रेट के छापे के बाद समय से दफ्तर पहुंचे

मेरठ। बुधववार को सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा कचहरी परिसर में छापेमारी का असर  यह देखने केा मिला गुरूवार को कलेक्ट्रेट के 90 प्रतिशत कर्मचारी समय से कार्यालय पहुंचे। दिन भर बुधवार की छापेमारी का असर दिखाई दे रहा है। पटल पर पहुंचे रहे लाेगों की समस्याओ ंको भी कर्मचारियों ने देखा । 

डीएम दीपक मीणा के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट अनिल कुमार ने कलेक्ट्रेट का औचक निरीक्षण किया था। जिसमें 32 कर्मचारी अनुपस्थित मिले थे। डीएम ने लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों से नाराजगी जताते हुए कार्रवाही की चेतावनी दी थी। इसके बाद कर्मचारी गुरुवार को समय से दफ्तर पहुंच गए।बुधवार सुबह फरियादी अपनी फरियाद लेकर डीएम ऑफिस पहुंच चुके थे। उन्होंने डीएम के समक्ष समस्या रखी तो डीएम दीपक मीणा ने सिटी मजिस्ट्रेट अनिल कुमार को सुबह करीब 10:20 मिनट पर औचक निरीक्षण करने के आदेश दिए थे।सिटी मजिस्ट्रेट ने नाजीर प्रथम और द्वितीय से रजिस्टर चेक किए। इस दौरान पता चला कि 32 कर्मचारी अनुपस्थित है। जिसका पता चलते ही डीएम ने नाराजगी जताते हुए क्लर्क से स्पष्टीकरण मांगा है, और इतनी बड़ी संख्या में एक दिन में कर्मचारी कैसे गैर हाजिर हुए इसका कारण पूछा हैं।

ससमय पहुंचे कर्मचारी कार्यालय 

 छापेमारी का असर ये देखने केा मिला कलेक्ट्रेट के कर्मचारी  व अधिकारी समय से पहले ही अपनी सीटों पर पहुंच गये। सवाल उठता है। यही क्रम आगे भी चलता रहे छापेमारी  मारने की क्या आवश्कता है। 


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